रोहतासः बिहार के रोहतास स्थित जमुहार के गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के सभागार में 12 वां राष्ट्रीय अधिवेशन सह राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन (Seminar in Gopal Narayan Singh University Rohtas) किया गया. कार्यक्रम का आयोजन भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद (Indian Council of Historical Research) और विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के सहयोग से किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में भारत सरकार के भारी उद्योग मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडे ने शिकरत किया.
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"गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय में संगोष्ठी के उपरांत जो विचार निकल कर सामने आएंगे, उससे इतिहास लेखन की दिशा तय होगी. बिहार का इतिहास भी काफी प्राचीन है और इसे भी सहेजने की जरूरत है." डॉ. महेंद्र नाथ पांडे, भारी उद्योग मंत्री
3 दिनों तक देश के इतिहासकारों लगेगा जमावड़ाः कार्यक्रम में देश के अलग-अलग भागों से आए इतिहासकारों ने अपनी-अपनी उपस्थिति दर्ज करायी. बता दें कि 3 दिनों तक चलने वाले इस राष्ट्रीय संगोष्ठी में भारत के प्राचीन इतिहास से लेकर आधुनिक भारत के इतिहास तक चर्चा की जा रही है. इस दौरान अलग-अलग संवर्ग में अलग-अलग गोष्ठी आयोजित की जा रही है. सेमिनार में इतिहास लेखन में रह गई कमियां और नये सिरे से लेखन की जरूरत पर भी चर्चा हुई. माना जा रहा है कि नये सिरे से इतिहास लेखन पर सहमति बनेगी.
इतिहास संकलन योजना के कई अधिकारी थे मौजूदः इस दौरान अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना के राष्ट्रीय संगठन मंत्री बालमुकुंद, भाजपा के पूर्व सांसद गोपाल नारायण सिंह के अलावे देश के कई जाने-माने इतिहासकार भाग लिया. बता दें कि इतिहास संकलन योजना के डॉ. देवी प्रसाद सिंह कार्यक्रम की अध्यक्षता की. देश की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सुरेश सोनी भी उपस्थित हुए. बता दें कि देश में वर्तमान में मौजूद इतिहास पर कई बार बहस हो चुकी है. इतिहास को नये सिरे से लेखन की जरूरत पर चर्चा हो रही है.