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मशरूम की खेती कर संजू ने बदली अपनी तकदीर, ग्रामीण महिलाओं को कर रहीं प्रेरित

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Published : Mar 23, 2019, 3:29 PM IST

संजू देवी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. बता दें कि संजू देवी रोहतास कि पहली ऐसी महिला है जिन्होंने मशरूम की खेती कर अपने परिवार की तकदीर बदल डाली.

संजू देवी

रोहतास: कहते हैं कि इंसान को अगर किसी चीज को पाना चाहे तो भगवान भी उसका साथ जरूर देता है. ऐसा ही कुछ हुआ रोहतास में रहने वाली गरीब महिला के साथ. जिसने अपने सपने को साकार किया है.

गरीबी की ताकत पर संजू देवी का आत्मविश्वास
जिले के आलमपुर गांव में रहने वाली संजू देवी काफी गरीब परिवार से ताल्लुक रखती है. लेकिन गरीबी की ताकत पर संजू देवी का आत्मविश्वास भारी पड़ गया. एक समय था जब संजू देवी के हालात इतने खराब थे कि वह दाने-दाने के लिए को मोहताज थी. लेकिन एक दिन उसके करीबी ने उसे कृषि केंद्र तक पहुंचाया. जहां उसने मशरूम जैसे उन्नत किस्म के खेती की ट्रेनिंग ली.

मशरूम की खेती कर रही संजू

रोहतास में इसकी खेती करने वाली पहली महिला
उसके बाद से ही संजू देवी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. बता दें कि संजू देवी रोहतास कि पहली ऐसी महिला है जिन्होंने मशरूम की खेती कर अपने परिवार की तकदीर बदल डाली. आज संजू देवी महज एक छोटे से रूम में मशरूम की खेती कर रही हैं. वहीं संजू देवी ने बताया कि शुरुआती दौर में उसे गरीबी का काफी सामना करना पड़ा. लेकिन मशरूम की खेती के बाद उसकी तस्वीर ही बदल गई.

जिससे ग्रामीण इलाकों की महिलाओं की मदद
आज संजू देवी अपने घरों के अंदर जो मशरूम को पैदा करती है उससे वह काफी मुनाफा कमा लेती है. वहीं संजू देवी ने बताया कि इस खेती में लागत भी कम आता है और मुनाफा भी अधिक होता है. लिहाजा इस कि खेती को करने में सिर्फ और सिर्फ फायदा है. संजू देवी ने बताया कि वह अपनी तकनीक को महिलाओं को भी बता रही है. जिससे ग्रामीण इलाकों में रहने वाले गरीब महिलाएं खेती कर अपने जीवन मैं बदलाव ला सकें

रोहतास: कहते हैं कि इंसान को अगर किसी चीज को पाना चाहे तो भगवान भी उसका साथ जरूर देता है. ऐसा ही कुछ हुआ रोहतास में रहने वाली गरीब महिला के साथ. जिसने अपने सपने को साकार किया है.

गरीबी की ताकत पर संजू देवी का आत्मविश्वास
जिले के आलमपुर गांव में रहने वाली संजू देवी काफी गरीब परिवार से ताल्लुक रखती है. लेकिन गरीबी की ताकत पर संजू देवी का आत्मविश्वास भारी पड़ गया. एक समय था जब संजू देवी के हालात इतने खराब थे कि वह दाने-दाने के लिए को मोहताज थी. लेकिन एक दिन उसके करीबी ने उसे कृषि केंद्र तक पहुंचाया. जहां उसने मशरूम जैसे उन्नत किस्म के खेती की ट्रेनिंग ली.

मशरूम की खेती कर रही संजू

रोहतास में इसकी खेती करने वाली पहली महिला
उसके बाद से ही संजू देवी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. बता दें कि संजू देवी रोहतास कि पहली ऐसी महिला है जिन्होंने मशरूम की खेती कर अपने परिवार की तकदीर बदल डाली. आज संजू देवी महज एक छोटे से रूम में मशरूम की खेती कर रही हैं. वहीं संजू देवी ने बताया कि शुरुआती दौर में उसे गरीबी का काफी सामना करना पड़ा. लेकिन मशरूम की खेती के बाद उसकी तस्वीर ही बदल गई.

जिससे ग्रामीण इलाकों की महिलाओं की मदद
आज संजू देवी अपने घरों के अंदर जो मशरूम को पैदा करती है उससे वह काफी मुनाफा कमा लेती है. वहीं संजू देवी ने बताया कि इस खेती में लागत भी कम आता है और मुनाफा भी अधिक होता है. लिहाजा इस कि खेती को करने में सिर्फ और सिर्फ फायदा है. संजू देवी ने बताया कि वह अपनी तकनीक को महिलाओं को भी बता रही है. जिससे ग्रामीण इलाकों में रहने वाले गरीब महिलाएं खेती कर अपने जीवन मैं बदलाव ला सकें

Intro:रोहतास। कहा जाता है की इंसान को अगर किसी चीज की पानी की जीत हो जाए तो उसे भगवान भी साथ देने लगते हैं। कुछ ऐसा ही नजारा रोहतास जिला के आलमपुर गांव में रहने वाली गरीब महिला के साथ भी देखने को मिला।


Body:जिला मुख्यालय से तकरीबन तीस किलोमीटर आलमपुर गांव कि रहने वाली संजू देवी काफी गरीब परिवार से ताल्लुक रखती है। लेकिन गरीबी की ताकत पर संजू देवी का आत्मविश्वास भारी पड़ गया। गांव के इलाके में रहने वाली संजू देवी के एक समय में हालात इतने खराब थे कि वह दाने दाने के लिए मोहताज थी। लेकिन उसके करीबी ने उसे एकदिन कृषि केंद्र पर पहुंचा दिया। जहां उसे उसने मशरूम जैसे उन्नत किस्म के खेती की ट्रेनिंग ली। उसके बाद से ही संजू देवी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। संजू देवी रोहतास कि पहली ऐसी महिला है जिन्होंने मशरूम की खेती कर अपने परिवार की तकदीर बदल डाली। इसके मद्देनजर संजू देवी के पास पहले तो पर्याप्त मात्रा में भूमि नहीं थी। जिस पर वह मशरूम की खेती का करसके। लेकिन उसकी जिद ने सबको पीछे छोड़ दिया। आज संजू देवी महज एक छोटे से रूम में मशरूम की खेती कर रही है। वहीं इस महिला ने बताया कि शुरुआती दौर में उसे गरीबी का काफी सामना करना पड़ा। लेकिन मशरूम की खेती के बाद उसकी तस्वीर ही बदल गई। आज संजू देवी अपने घरों के अंदर जो मशरूम को पैदा करती है उससे वह काफी मुनाफा करती है। वही संजू देवी ने बताया कि इस खेती में लागत भी काम आता है और मुनाफा भी अधिक होता है। लिहाज़ा इस कि खेती को करने में सिर्फ और सिर्फ फायदा है। हालांकि संजू देवी ने बताया कि वह अपनी तकनीक को महिलाओं को भी बता रही है। जिससे कि ग्रामीण इलाकों में रहने वाले गरीब महिला खेती कर अपने जीवन मैं बदलाव ला सके। लिहाजा मशरूम की खेती करने वाली संजू देवी रोहतास की पहली महिला है। जिसने मशरूम की खेती की और आज लाखों रुपयों की आमदनी कर रही है। मशरूम के बारे में कहा जाता है कि इसका सेवन करने से आपकी उम्र बढ़ेगी और बीमारी होने का खतरा बिल्कुल कम रहता है। फिलहाल इसकी मांग बिहार से लेकर दूसरे राज्यों में भी काफी अधिक है।


Conclusion:वही संजू देवी ने बताया कि मशरूम की खेती आसान और बिल्कुल सरल है। इसे कोई भी अपने घरों में बड़े पैमाने पर भी कर सकता है। लिहाजा आज मशरूम की डिमांड काफी है और इसके कई फायदे भी बहुत हैं।

बाइट। संजू देवी
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