रोहतास: अप्रैल 2018 में बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जयंती के मौके पर छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले से देश के प्रधानमंत्री की सबसे महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत हुई थी. जिसे प्रधानमंत्री जन आयोग योजना के नाम से भी जाना जाता है.
रोहतास जिले में इस योजना के तहत अब तक 88000 लोगों का गोल्डन कार्ड बन चुका है. तो वहीं 4000 लोगों ने इस कार्ड के साथ मुफ्त इलाज कराया है. इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर लोग खासकर बीपीएल धारक को स्वास्थ्य बीमा मुहैया कराना है.
योजना के तहत मुफ्त में इलाज करा रहे लोग
रोहतास में इस योजना के तहत सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों को चुना गया है. जिसमें पांच निजी अस्पताल भी आयुष्मान योजना के तहत धारकों को मुफ्त में इलाज कर रहे हैं. तो वहीं सरकारी अस्पताल में बेहतर सुविधा ना होने की वजह से लोग निजी अस्पताल में अपना इलाज इस योजना के तहत मुफ्त में करा रहे हैं. सासाराम की रहने वाली उर्मिला देवी कहती हैं कि सरकारी अस्पताल में सुविधा नहीं होने की वजह से उन्होंने अपने आंख का ऑपरेशन सासाराम के निजी अस्पताल में कराया. जहां इस योजना के तहत उनका इलाज बिल्कुल मुफ्त में हुआ.
कई लोग नहीं जानते यह योजना
वहीं सासाराम के निजी अस्पताल के प्रबंधक की माने तो बिहार के अलावा कई अन्य राज्यों से भी मरीज सासाराम आकर इस योजना के तहत लाभ उठा चुके हैं. अब भी कई ऐसे मरीज हैं, जो इस योजना के बारे में नहीं जानते हैं. सरकार की तरफ से चलाई गई योजना की रफ्तार जिले में काफी धीमी है.
घर-घर जाकर गोल्डन कार्ड बना रही सरकार
सदर अस्पताल के सिविल सर्जन कहते हैं कि इस योजना के तहत अब लोगों के घर जाकर गोल्डन कार्ड बनाने का काम सरकार कर रही है. सरकारी अस्पताल में सुविधा के नाम पर महज खानापूर्ति होती है. ऐसे में लोग सरकारी अस्पताल को छोड़कर निजी अस्पताल में ही इस योजना के तहत इलाज करा रहे हैं.
क्या है आयुष्मान योजना?
आयुष्मान योजना के अंतर्गत आने वाले प्रत्येक परिवार को पांच लाख तक का कैश रहित स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जा रहा है. एक आंकड़े के मुताबिक 10 करोड़ बीपीएल धारक परिवार समेत लगभग 50 करोड़ लोग इस योजना का प्रत्यक्ष रूप से लाभ उठाने की दिशा की ओर अग्रसर हैं. इसके अलावा बाकी बची आबादी को भी इस योजना के अंतर्गत लाने की योजना है.
![Ayushman Bharat Scheme](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/bh-ssm-01-ayushmaan-yojna-pakg-2019-7203541_12102019211938_1210f_1570895378_739.jpg)
कैसे होगा चयन?
- 10 करोड़ परिवार का चयन 2011 की जनगणना के आधार पर किया गया है.
- आधार नंबर से परिवारों की सूची तैयार की गई है.
- सूची तैयार होने के बाद इस योजना का लाभ लेने के लिए किसी पहचान पत्र की जरूरत नहीं होगी. सरिता कुमारी, निजी अस्पताल की प्रबंधक
कैसे पता करें कि आप इस योजना के हकदार हैं या नहीं?
- mera.pmjay.gov.in पर चेक कर सकते हैं.
- होम पेज पर मोबाइल नंबर डालें
- इसके बाद आपके नंबर पर ओटीपी आएगा.
- ओटीपी डालते ही आपका नाम इससे जुड़ा है या नहीं, ये पता चल जाएगा.
- इसके अलावा 14555 पर कॉल कर पता कर सकते हैं कि आपका नाम इस योजना में जुड़ा है या नहीं?जनार्दन शर्मा, सिविल सर्जन
इस योजना में क्या है खास?
- हर परिवार को सालाना पांच लाख का मेडिकल इंश्योरेंस मिल रहा है.
- महिला, बच्चे और सीनियर सिटीजन को इस योजना में खासतौर पर तरजीह दी है.
- इस योजना में शामिल होने के लिए परिवार के आकार और उम्र का कोई बंधन नहीं है.
- सरकारी अस्पताल और पैनल में शामिल अस्पताल में आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों का कैशलेस और पेपर लेस इलाज हो सकेगा.
इस योजना में कौन-कौन शामिल हो सकते हैं?
- बीपीएल कार्ड धारकों को शामिल किया जा रहा है.
- ग्रामीण इलाके के दिव्यांग, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति, भूमिहीन व्यक्ति और दिहाड़ी मजदूरी करने वाले लोग
- शहरी इलाके में भिखारी, कूड़ा बीनने वाले, घरेलू कामकाज करने वाले, रेहड़ी दुकानदार, सड़क के किनारे पर कामकाज करने वाले
- कंस्ट्रक्शन साइट पर काम करने वाले मजदूर, प्लंबर, राज मिस्त्री, मजदूर पेंटर, बिल्डर, सिक्योरिटी गार्ड कुली और भार ढोने वाले अन्य कामकाजी व्यक्ति
- हैंडीक्राफ्ट का काम करने वाले लोगों के साथ ही ड्राइवर, रिक्शा चालक भी इस योजना का लाभ ले सकते हैं.
कितने तरह की बीमारियों का इलाज मुफ्त में होता है?
- सभी बीमारी के लिए चिकित्सा और अस्पताल में दाखिल होने का खर्च नहीं लगता है.
- स्वास्थ्य मंत्रालय ने आयुष्मान भारत योजना में 1354 पैकेज शामिल किया है.
- इसमें कोरोनरी, बायपास, घुटना बदलना और स्टंट डालने जैसे इलाज शामिल हैं.
- आयुष्मान भारत योजना में इलाज का खर्च केंद्र सरकार की स्वास्थ्य योजना से 15 से 20 फीसदी कम है.