रोहतास: अल्ट्रासाउंड सेंटर में भ्रूण जांच करवाना या करना कानूनन अपराध (Fetal Testing Legal Offense) है. लेकिन बिहार के रोहतास में पैसे लेकर अल्ट्रासाउंड संचालक नियमों को ताक पर रखकर यह कारनामा खुलेआम कर रहे हैं. कुछ ऐसे ही मामले का खुलासा तब हुआ, जब डेहरी एसडीएम के निर्देश पर तिलौथू और डेहरी में चार अल्ट्रासाउंड सेंटर पर छापेमारी (Raid on Ultrasound Center In Rohtas) की गई. छापेमारी के दौरान चौंकाने वाली बात सामने आई. यहां एक अल्ट्रासाउंड सेंटर्स में एक कर्मी 25 सौ रुपये लेकर भ्रूण जांच करने को तैयार हो गया.
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अल्ट्रासाउंड सेंटर्स पर छापेमारी: दअरसल, एसडीएम के नेतृत्व में जांच टीम ने छापेमारी के दौरान तिलौथू इलाके के अंजली डायग्नोसिस सेंटर को भ्रूण जांच करने के आरोप में सील कर दिया है. डेहरी के एसडीएम अनिल कुमार सिन्हा ने बताया कि अनुमंडल क्षेत्र में सूचना मिली थी कि अल्ट्रासाउंड सेंटर में पैसे लेकर भ्रूण जांच का खेल चल रहा है. इसी दौरान तिलौथू इलाके में अंजलि डायग्नोसिस सेंटर में अनुमंडल के दो कर्मियों को पहचान छुपाकर भेजा गया. इस दौरान वहां कर्मी ने भ्रूण जांच करने के एवज में 2500 रुपए की मांग की और भ्रूण जांच करने की बात स्वीकार कर ली.
"अल्ट्रासाउंड सेंटर में पैसे लेकर भ्रूण जांच करने की जानकारी मिलने के बाद दो लोगों को पहचान छुपाकर बेजा गया. कर्मी ने भ्रूण जांच करने के एवज में 2500 रुपए की मांग की और भ्रूण जांच करने की बात स्वीकार कर ली. जांच के दौरान पुष्टि होने पर अंजली डायग्नोस्टिक सेंटर्स को सील कर दिया गया."- अनिल कुमार सिन्हा, एसडीएम, डेहरी
एक जांच केंद्र को किया गया सील: एसडीएम ने बताया कि समृद्धि डायग्नोसिस सेंटर और डेहरी के सानवी डायग्नोसिस, विशाल डायग्नोसिस सेंटर में भी जांच की गई. सानवी डायग्नोसिस सेंटर में जांच फीस के लिए लिस्ट नहीं टंगा था. इस दौरान कोई भी कर्मी मौजूद नहीं था. जिसके बाद उन्हें चेतावनी दी गई है. वहीं विशाल डायग्नोसिस सेंटर डॉ राम जी के नाम पर रजिस्ट्रेशन है. लेकिन बोर्ड विशाल डायग्नोसिस सेंटर का लगा है. इन्हें भी रजिस्ट्रेशन के अनुसार बोर्ड अंकित करने के निर्देश दिए गए हैं.
सभी अल्ट्रासाउंड सेंटर्स की होगी जांच: एसडीएम अनिल कुमार सिन्हा ने बताया कि अनुमंडल क्षेत्र के सभी ऐसे अल्ट्रासाउंड सेंटर की जांच की जाएगी. इसके लिए अभियान जारी है. बता दें कि जांच टीम में अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ संजीव कुमार हेल्थ मैनेजर राणा रितेश कुमार शामिल थे.
"पैसे लेकर भ्रूण जांच की शिकायत लगातार मिल रही थी. इसी क्रम में डेहरी में विशाल डायग्नोसिस सेंटर और सान्वी डायग्नोसिस सेंटर की जांच की गई. तिलौथू में अंजली और समृद्धि डायग्नोस्टिक सेंटर की जांच की गई. जांचोपरान्त तिलौथू के अंजली अल्ट्रासाउंड सेंटर में रुपये लेकर भ्रूण जांच करने की पुष्टि हुई. उक्त अल्ट्रासाउंड सेंटर को सील किया गया है. अन्य तीन अल्ट्रासाउंड सेंटर में लिंग जांच करने का साक्ष्य नहीं मिला है."- अनिल कुमार सिन्हा, एसडीएम, डेहरी