रोहतास: बिहार के रोहतास जिले में शराबबंदी ( Prohibition In Bihar ) के नाम पर पुलिस बड़ा खेल खेल रही है. यहां तक की निर्दोष को भी फंसाने से गुरेज नहीं कर रही है. दरअसल, सरकार कहती है कि वो ना किसी को फंसाती है और ना ही किसी को बचाती है, लेकिन रोहतास पुलिस शराबबंदी ( Liquor Ban In Bihar ) के मामले में निर्दोषों को फंसाती भी है और दोषी को बचाती भी है.
ताजा मामला रोहतास जिला के नवहट्टा थाना क्षेत्र से जुड़ा हुआ है. जहां बौलिया गांव के रवि चौधरी की पत्नी को कुसुम देवी ने नवहट्टा थाना के थानाध्यक्ष और अन्य पुलिसकर्मियों ने फोन कर शराब के केस नहीं करने के बदले 50 हजार रुपये ( 50 Thousand Bribe Demanded To Manage Case ) की मांग की.
ये भी पढ़ें- Video: फ्री का माल है, लूट लो.. आम तो छोड़िए... पुलिस वाले भी पॉकेट में रखने लगे शराब की बोतल
पीड़ित महिला ने बातचीत का ऑडियो तथा लिखित शिकायत रोहतास के एसपी आशीष भारती से की. एसपी आशीष भारती ने जब पूरे मामले की जांच करवायी तो मामला सही पाया गया और कार्रवाई करते हुए एएसआई दिनेश प्रसाद और चौकीदार को निलंबित कर दिया. साथ ही नवहट्टा थाना के थानाध्यक्ष संजय कुमार वर्मा को लाइन हाजिर कर दिया.
ये भी पढ़ें- DMCH बॉयज हॉस्टल शराब बरामदगी मामला: अनुसंधान कार्य में लापरवाही बरतने के आरोप में बेता ओपी प्रभारी निलंबित
जानकारी के अनुसार, 18 दिसंबर को नवहट्टा थाना के बौलिया के जंगल में देसी शराब बरामद हुआ था. पुलिस ने बौलिया गांव के रवि चौधरी पर झूठा आरोप लगा दिया कि यह शराब उसके घर से बरामद हुआ है. आरोप है कि थानाध्यक्ष खुद रवि चौधरी के घर पर पहुंचकर केस करने की धमकी दी.
बाद में थाना से एक एसआई दिनेश प्रसाद, चौकीदार सतेंद्र पासवान और थानाध्यक्ष ने रवि चौधरी की पत्नी कुसुम देवी को मोबाइल पर फोन कर केस नहीं करने के बदले 50 हजार रुपये की मांग की.
ये भी पढ़ें- देखिए कैसे शराबबंदी की उड़ रही धज्जियां, रोजाना खुले में फेंकी मिल जाएंगी शराब की खाली टेट्रा पैक
पुलिस के मुताबिक कि वर्ष 2018 में रवि चौधरी शराब बेचने के आरोप में जेल जा चुका था. पीड़ित महिला का आरोप है कि उसका पति खेती से परिवार की जीवीका चलाता है. तीन साल पूर्व भी उनके पति को फंसाया गया था. इस बार भी जंगल में बरामद शराब को उनके घर में बरामदगी दिखाने की धमकी देते हुए पैसे की डिमांड की जाने लगी.
बता दें कि इस संबंध में पुलिसकर्मियों और महिला के बीच बातचीत का ऑडियो जब वायरल हुआ और एसपी आशीष भारती के संज्ञान में गया, तो पूरा मामला सामने आया. शराब मामले में झूठे मुकदमे में फंसाकर भयादोहन करने का आरोप पुष्ट हुआ, जिसके बाद एसपी ने कार्रवाई करते हुए थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर कर दिया. वहीं एक ASI और चौकीदार को सस्पेंड कर दिया.
नोट: ऐसी ही विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP