रोहतास: 25 साल बाद अपने घर पहुंचे सत्यप्रकाश गुप्ता के यहां सालों बाद खुशियां लौटी है. 25 सालों बाद फिर वो अपने परिजनों से मिले हैं. जवान से लगभग बूढ़े हो चुके सत्यप्रकाश गुप्ता से जब परिजन मिले, तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. इस दौरान लोगों की आंखे खुशी से भर गई.
परिवार ने छोड़ दी थी उम्मीद
बता दें कि बिहार के डेहरी ऑन सोन रोहतास के रहने वाले सत्य प्रकाश गुप्ता करीब 25 साल पहले इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे थे. इस दौरान परिवार वाले उनके लिए लड़की देखना शुरू कर दिए थे. सत्यप्रकाश लगातार शादी नहीं करने की बात करते रहे और परिवार के लोगों को समझाने की कोशिश में लगे रहे. एक दिन पता चला कि लड़की वाले सत्य प्रकाश को देखने घर आ रहे हैं, तब से वो लापता हो गए. परिवार वालों ने सत्य प्रकाश को खोजने में कोई कसर नहीं छोड़ी, लेकिन हर जगह तलाश करने के बाद जब वो नहीं मिले तो परिवार वालों ने उम्मीद छोड़ दी और श्राद्ध की भी तैयारी करने लगे.
25 साल बाद भी परिवार ने पहचान लिया
जब 25 साल के बाद सत्य प्रकाश गुप्ता उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित एक आश्रम में मिले, तो परिजनों ने उन्हें पहचान लिया. इसके बाद परिजन सत्य प्रकाश को घर लेकर आए. सत्य प्रकाश अपनी जवानी के दिनों में घर छोड़कर चले गए थे, जब लौटे तो बूढ़े हो चले थे. उनके परिवार के और लोग सत्य प्रकाश के लौटने पर काफी खुश हैं. सत्य प्रकाश का जन्म 1964 में हुआ था.
'बाकी की जिंदगी परिवार के साथ गुजारना चाहते हैं'
परिजनों का कहना है कि 25 साल बीत गए, सत्य प्रकाश के लौटने की उन लोगों ने उम्मीद छोड़ दी थी. उनकी भतीजी ऋतिका कहती है कि मुझे पता भी नहीं था कि मेरे बड़े पापा हैं. 25 साल के बाद वो घर लौटे हैं. उनसे मिलकर मुझे बहुत खुशी हुई है. वहीं, उनके लौटने से परिजन काफी खुश हैं और सत्य प्रकाश भी अपनी बाकी की जिंदगी अपने परिजनों के साथ गुजारना चाहते हैं.