रोहतास: कोरोना के कारण लगाए गए लॉकडाउन का सही अनुपालन और गरीब परिवारों को भूखमरी से बचाने के लिए सभी परिवारों को सरकार की तरफ से मुफ्त राशन दिया जा रहा है. वहीं, जिले के करगहर स्थित अमवलिया महादलित टोले में राशन कार्ड नहीं रहने पर 13 परिवारों को अब तक खाद्यान्न नहीं मिला है. इसी से नाराज लोगों ने रविवार को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अपने ही घरों के दरवाजे पर थाली पीटकर विरोध जताया.
दरअसल जिले के करगहर इलाके के महादलित टोले में रह रहे कई महादलित परिवारों को सरकारी निर्देश के बाद भी राशन और खाद्यान्न नहीं मिल पाया है. इसी से नाराज लोगो ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए थाली पीटकर विरोध दर्ज किया है. इस अनोखे प्रदर्शन में बच्चे भी शामिल हुए. लोगों का कहना है कि अमवलिया महादलित टोले में 20 घर हैं. जिसमें मात्र 7 परिवारों के पास ही राशन कार्ड बना हुआ है. सरकार ने आंगनवाड़ी तथा जीविका दीदी के माध्यम से बिना राशन कार्ड वाले परिवारों को भी राहत देने की घोषणा की है. लेकिन अभी तक इन लोगों तक राहत नहीं पहुंच पाई है.
लोगों को नहीं मिल रही सरकारी सुविधा
वहीं गांव की महादलित महिला सोहागनी देवी ने बताया कि इस टोले में ज्यादातर लोगों के पास राशन कार्ड नहीं है. इस कारण लोगों को सरकारी सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है. उन्होंने बताया कि सीएम के घोषणा के बाद अभी तक सिर्फ आवेदन लिए गए हैं. लेकिन किसी तरह का खाद्यान्न उपलब्ध नहीं कराया गया है. इससे इस लॉकडाउन में काफी परेशानी हो रही है. वहीं दूसरी तरफ पंचायत समिति सदस्य कृष्णा पासवान ने कहा कि लॉक डाउन में जरूरतमंदो के इस परेशानी को लेकर लेकर वो चिंतित हैं.