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रोहतास में हैचरी उद्योग पर लॉकडाउन की मार, परेशान हैं कारोबारी

लॉकडाउन के कारण जिले का हैचरी उद्योग काफी प्रभावित हुआ है. कोरोबारियों को लाखों का नुकसान हुआ है.

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Published : Jun 8, 2020, 3:20 PM IST

Updated : Jun 18, 2020, 10:35 PM IST

रोहतास: कोरोना वायरस को लेकर लगाए गए लॉकडाउन के कारण जिले के कई छोटे-बड़े व्यवसाय प्रभावित हुए हैं. लॉकडाउन के कारण जिले का हैचरी उद्योग पूरी तरह से चौपट हो गया है. कई हैचरी कारोबारियों ने मुर्गी और बत्तख के चूजे तैयार किए थे. ट्रांसपोर्टिंग के अभाव में ज्यादातर मुर्गी और बत्तख के चूजे मर गए. इस कारण कारोबारियों को लाखों का नुकसान हुआ है.

बता दें कि लॉकडाउन से पहले मुर्गी पालन में अच्छी आय को देखते हुए जिले के कई इलाके में लोगों ने बड़े पैमाने पर इस उद्योग को विकसित किया था. लेकिन कोरोना वायरस और लॉकडाउन ने कारोबारियों की कमर तोड़ दी. बता दें कि जिले से तैयार किए गए चूजें हजारीबाग, डाल्टेनगंज, गोड्डा, न्यू जलपाईगुड़ी, रांची आदि जगहों पर भेजे जाते हैं.

देखें पूरी रिपोर्ट

काफी परेशान हैं कारोबारी
लोगों को कोरोना के साथ साथ बर्ड फ्लू का भी डर सताने लगा था. इस कारण समस्या और बढ़ गई. लॉकडाउन में लाखों के तैयार चूजे मर गए. कारोबारियों का कहना है कि फिलहाल हम लोगों के लिए सरकार और बैंकों के पास कोई मुकम्मल योजना नहीं है. बैंक जाने पर भी किसी प्रकार की मदद की उम्मीद नहीं दिखती है. ऐसे में यह कारोबारी काफी परेशान हैं.

रोहतास: कोरोना वायरस को लेकर लगाए गए लॉकडाउन के कारण जिले के कई छोटे-बड़े व्यवसाय प्रभावित हुए हैं. लॉकडाउन के कारण जिले का हैचरी उद्योग पूरी तरह से चौपट हो गया है. कई हैचरी कारोबारियों ने मुर्गी और बत्तख के चूजे तैयार किए थे. ट्रांसपोर्टिंग के अभाव में ज्यादातर मुर्गी और बत्तख के चूजे मर गए. इस कारण कारोबारियों को लाखों का नुकसान हुआ है.

बता दें कि लॉकडाउन से पहले मुर्गी पालन में अच्छी आय को देखते हुए जिले के कई इलाके में लोगों ने बड़े पैमाने पर इस उद्योग को विकसित किया था. लेकिन कोरोना वायरस और लॉकडाउन ने कारोबारियों की कमर तोड़ दी. बता दें कि जिले से तैयार किए गए चूजें हजारीबाग, डाल्टेनगंज, गोड्डा, न्यू जलपाईगुड़ी, रांची आदि जगहों पर भेजे जाते हैं.

देखें पूरी रिपोर्ट

काफी परेशान हैं कारोबारी
लोगों को कोरोना के साथ साथ बर्ड फ्लू का भी डर सताने लगा था. इस कारण समस्या और बढ़ गई. लॉकडाउन में लाखों के तैयार चूजे मर गए. कारोबारियों का कहना है कि फिलहाल हम लोगों के लिए सरकार और बैंकों के पास कोई मुकम्मल योजना नहीं है. बैंक जाने पर भी किसी प्रकार की मदद की उम्मीद नहीं दिखती है. ऐसे में यह कारोबारी काफी परेशान हैं.

Last Updated : Jun 18, 2020, 10:35 PM IST
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