रोहतास: जिले के डालमियानगर में ग्रामीण मजदूर यूनियन और बिहार राज्य निर्माण कामगार यूनियन के बैनर तले मजदूरों ने श्रम संसाधन कार्यालय पर प्रदर्शन किया. जिसमें भारी संख्या में महिला मजदूर शामिल रही. सभी मजदूरों ने हाथ में चप्पल-जूता लिए श्रम अधिकारी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. उनका आरोप है कि श्रम कार्यालय में घूसखोरी और हेरी-फेरी होती है.
'योजनाओं में चल रही है घूसखोरी'
प्रदर्शन का नेतृत्व सीसीआई के केंद्रीय समिति के सदस्य सतीश कुमार और कामगार यूनियन के संरक्षक सुभाष विद्रोही कर रहे थे. सुभाष विद्रोही ने कहा कि यहां सरकारी योजनाओं में घूसखोरी, कमीशन खोरी और हेराफेरी बड़े पैमाने पर हो रही है. उन्होंने कहा कि रोजगार की दृष्टि से कृषि क्षेत्र के संकुचित होने के बाद रोजगार के सबसे बड़े निर्माण क्षेत्र को लूट का चारागाह बना दिया है. जिससे ग्रामीण और मजदूरों की रोजी-रोटी प्रभावित हो गई है.
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'दलालों के साथ है सांठ-गांठ'
कामगार यूनियन के संरक्षक ने कहा कि इस क्षेत्र में जितने भी मजदूर हैं, सबसे कम मजदूरी पाने वाले शोषित और पीड़ित हैं. ये सबसे गरीब और अनपढ़ तबका है. सुभाष विद्रोही ने कहा कि इस स्थिति का लाभ उठाकर सरकार और विभाग में बैठे अधिकारी दलालों और नेताओं के साथ सांठ-गांठ बनाए रखा है और मजदूर और सरकार दोनों को लूटने में लगा है.
अधीक्षक को सौंपी 9 सूत्री मांग
बता दें कि प्रदर्शन के बाद नेताओं ने श्रम अधीक्षक को 9 सूत्री मांग पत्र भी सौंपा. जिसमें निबंधित कामगारों की सघन जांच, गैर मजदूरों का निबंधन निरस्त और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग शामिल हैं.