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रोहतास: अखिल भारतीय किसान महासभा ने बेघर हुए लोगों के हक में निकाला जन आक्रोश मार्च - जन आक्रोश मार्च निकाला

सासाराम में अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा की तरफ से जन आक्रोश मार्च निकाला गया. इस दौरान किसान मजदूर सभा के जिला अध्यक्ष ने सरकार की नीतियों के खिलाफ जमकर हल्ला बोला.

जन आक्रोश मार्च
जन आक्रोश मार्च
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Published : Jan 18, 2020, 7:09 PM IST

रोहतास: प्रदेश में जल-जीवन-हरियाली योजना के तहत तालाब और पोखरों को अतिक्रमण मुक्त किया जा रहा है. इसकी जद में कई गरीब परिवार भी आ रहे हैं. जिनका आशियाना उजाड़ा जा रहा है. लिहाजा गरीबों का घर उजड़ने से वे बेघर हो रहे हैं. दरअसल मामला सासाराम के मोर सराय शिवसागर का है, जहां जिला प्रशासन की लापरवाही की वजह से कई गरीब परिवारों को बेघर कर दिया गया. जिस वजह से पीड़ित परिवार सड़क के किनारे रहने को मजबूर हैं.

rohtas
अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा के जिलाध्यक्ष अयोध्या राम

इस बाबत, अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा ने एक आक्रोश मार्च निकाला. मौके पर संगठन के जिलाध्यक्ष ने कहा कि प्रशासन पहले गरीब लोगों के लिए एक अस्थाई ठिकाने की तलाश करे, जिसके बाद वे उन्हें संबंधित स्थान से हटाएं. संगठन के जिलाध्यक्ष अयोध्याराम ने बताया कि सबसे पहले प्राकृतिक जल स्रोतों का चयन किया जाए, जिसके बाद पुराने और परंपरागत स्रोतों को दुरुस्त किया जाए.

अखिल भारतीय किसान महासभा ने निकाली जन आक्रोश मार्च

'गरीबों का घर उजाड़ रही है सरकार'
अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा के जिलाध्यक्ष अयोध्या राम ने बताया कि जिले में कई तरह की प्राकृतिक चीजें हैं, जिसे दुरुस्त किया जाना है. उन्होंने कहा कि महादेवा जलाशय को सरकार दुरुस्त नहीं कर रही है, इससे काफी फायदा होता. वहीं, अयोध्या राम ने कहा कि कैमूर पहाड़ी पर कई ऐसे जलाशय हैं, जिसका अगर सरकार निर्माण सही ढंग से करें, तो इसके तहत काफी जल-जीवन-हरियाली लाई जा सकती है. हकीकत में जल जीवन हरियाली वही है, सरकार ये काम दिखावा के लिए कर रही है. उन्होंने कहा कि सरकार पुरानी नदियों और तालाबों को दुरुस्त नहीं करवा रही है. जहां जल संरक्षण को योग्य बनाया जा सकता है. लेकिन सरकार उस पर कोई ध्यान नहीं दे रही है. बस गरीबों के घर को उजाड़ने का काम कर रही है.

रोहतास: प्रदेश में जल-जीवन-हरियाली योजना के तहत तालाब और पोखरों को अतिक्रमण मुक्त किया जा रहा है. इसकी जद में कई गरीब परिवार भी आ रहे हैं. जिनका आशियाना उजाड़ा जा रहा है. लिहाजा गरीबों का घर उजड़ने से वे बेघर हो रहे हैं. दरअसल मामला सासाराम के मोर सराय शिवसागर का है, जहां जिला प्रशासन की लापरवाही की वजह से कई गरीब परिवारों को बेघर कर दिया गया. जिस वजह से पीड़ित परिवार सड़क के किनारे रहने को मजबूर हैं.

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अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा के जिलाध्यक्ष अयोध्या राम

इस बाबत, अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा ने एक आक्रोश मार्च निकाला. मौके पर संगठन के जिलाध्यक्ष ने कहा कि प्रशासन पहले गरीब लोगों के लिए एक अस्थाई ठिकाने की तलाश करे, जिसके बाद वे उन्हें संबंधित स्थान से हटाएं. संगठन के जिलाध्यक्ष अयोध्याराम ने बताया कि सबसे पहले प्राकृतिक जल स्रोतों का चयन किया जाए, जिसके बाद पुराने और परंपरागत स्रोतों को दुरुस्त किया जाए.

अखिल भारतीय किसान महासभा ने निकाली जन आक्रोश मार्च

'गरीबों का घर उजाड़ रही है सरकार'
अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा के जिलाध्यक्ष अयोध्या राम ने बताया कि जिले में कई तरह की प्राकृतिक चीजें हैं, जिसे दुरुस्त किया जाना है. उन्होंने कहा कि महादेवा जलाशय को सरकार दुरुस्त नहीं कर रही है, इससे काफी फायदा होता. वहीं, अयोध्या राम ने कहा कि कैमूर पहाड़ी पर कई ऐसे जलाशय हैं, जिसका अगर सरकार निर्माण सही ढंग से करें, तो इसके तहत काफी जल-जीवन-हरियाली लाई जा सकती है. हकीकत में जल जीवन हरियाली वही है, सरकार ये काम दिखावा के लिए कर रही है. उन्होंने कहा कि सरकार पुरानी नदियों और तालाबों को दुरुस्त नहीं करवा रही है. जहां जल संरक्षण को योग्य बनाया जा सकता है. लेकिन सरकार उस पर कोई ध्यान नहीं दे रही है. बस गरीबों के घर को उजाड़ने का काम कर रही है.

Intro:रोहतास. सासाराम में अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा के द्वारा जन आक्रोश मार्च निकाला गया. इस दौरान किसान मजदूर सभा के जिला अध्यक्ष ने सरकार की नीतियों के खिलाफ जमकर हल्ला बोला.


Body:गौरतलब है कि पूरे बिहार में जल जीवन हरियाली योजना के तहत तलाब आहार को अतिक्रमण मुक्त किया जा रहा है. इसकी चपेट में कई गरीब परिवार भी आ रहे हैं. जिनका आशियाना उजाड़ा जा रहा है. लिहाजा गरीब का आशियाना उजड़ने से वे बेघर हो रहे हैं। सासाराम के मोर सराय शिवसागर इलाकों में भी कई गरीब परिवारों को प्रशासन ने बेघर कर दिया। लिहाज़ा पीड़ित परिवार सड़क के किनारे रहने को मजबूर हो रहे हैं। लिहाजा इसके खिलाफ आज अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा ने आक्रोश मार्च निकाला। जिसके तहत बेघर की गए गरीब परिवारों को उन्हें अस्थाई ठिकाना देने की बात कही। गौरतलब है कि संगठन के जिलाध्यक्ष ने बताया कि सबसे पहले प्राकृतिक जल स्रोतों चयन कर पुराने व परंपरागत स्रोतों को दुरुस्त किया जाए.

VO:1 वही इस बारे में अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा के जिला अध्यक्ष ने बताया कि जिले में कई तरह की प्राकृतिक चीजें हैं। जिसे दुरुस्त किया जाना है। वहीं उन्होंने कहा कि महादेवा जलाशय को सरकार दुरुस्त नहीं कर रही है। इससे काफी फायदा होता। वहीं उन्होंने कहा कि कैमूर पहाड़ी पर कई ऐसे जलाशय है जिसका अगर सरकार निर्माण सही ढंग से करें तो इसके तहत काफी जल जीवन हरियाली लाया जा सकता है। हकीकत में जल जीवन हरियाली वही है सरकार यह काम दिखावा कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार पुरानी नदियों और तालाबों को दुरुस्त नहीं करवा रही है। जहां जल संरक्षण को योग्य बनाया जा सकता है। लेकिन सरकार उस पर कोई ध्यान नहीं दे रही है बस गरीबों को उजाड़ने का काम कर रही है।


बाइट_अयोध्या राम


Conclusion:बहरहाल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार जल जीवन हरियाली योजना को लेकर कई तरह के कार्यक्रम भी कर रहे हैं। अब देखना यह होगा कि आने वाले समय में जल जीवन हरियाली योजना के तहत लोगों को इससे कितना फायदा पहुंचता है।
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