रोहतास: सावन माह में भगवान शिव की आराधना और अभिषेक को लेकर भक्तों की सक्रियता तेज हो गई है. प्रति-दिन स्थानीय मंदिरों के अलावा देवघर जाने को लेकर भक्तों के जयकारे से इलाका गुंजायमान है. इसी क्रम में रोहतास जिले से कांधे पर मनोकामना की कांवर और जुबां पर बोलबम का जयकारा लगाते हुए सैकड़ों की संख्या में युवा कांवड़िया देवघर के लिए रवाना हुए. विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले में देश के विभिन्न हिस्सों से कांवड़िया लगातार सुल्तानगंज पहुंच रहे हैं. भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए कांवड़िया आकर्षक कांवड़ों का प्रयोग कर रहे हैं.
जत्थों में आते हैं कांवड़िए
नवयुवक संघ के लोगों ने बताया कि तार बंगला नवयुवक संघ के बैनर तले प्रतिवर्ष सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु बाबा धाम जाते हैं और उन्हें हर वर्ष सावन महीने का इंतजार रहता है. उन्होंने कहा कि इस बार बैनर तले 200 की संख्या में कांवरियों का जत्था रवाना हो रहा है.
शहर भ्रमण कर सुख-समृद्धि के लिए मांगा आशीर्वाद
संघ के लोगों ने बताया कि कांवड़ियों का जत्था शहर भ्रमण के बाद वाहन से पहले सुल्तानगंज जाएंगे. उसके बाद श्रद्धालु पैदल देवघर जाएंगे. इस दौरान कांवरियों ने बोलबम का जयघोष करते हुए कहा कि इस बार हम लोग बाबा से रोजगार, सीमा पर शांति और देश कि समृद्धि मांगेंगे.
सावन में जल चढ़ाने का अलग महत्व
माना जाता है कि शिव को यह मास सर्वाधिक प्रिय है. सच्चे मन से आराधना करने से ही भोलेनाथ इस माह में शीध्र प्रसन्न हो जाते हैं. दन्तकथाओं कि माने तो सावन शिव को प्रिय है क्योंकि ये शीतलता प्रदान करता है. हर वो चीज जो शीतलता दे, वो शिव को प्रिय है. भगवान को ठंडक मिले इसके लिए उन पर जल चढ़ाया गया. इससे वो प्रसन्न होते हैं और लोगों को मनोवांछित फल देते हैं.