रोहतासः तीन कृषि कानूनों को वापस लेने (Repeal Of Agricultural Law) के मोदी सरकार के फैसले पर काराकाट से (JDU MP Mahabali Singh) ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि इन कानूनों को किसानों के हित में ही बनाया गया था, लेकिन किसान जब इसका विरोध करना शुरू किया तो सरकार ने इसे वापस लेने का फैसला लिया.
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बता दें कि पीएम मोदी के द्वारा इन कानूनों की वापसी की घोषणा के बाद बिहार में जेडीयू गोल-मटोल प्रतिक्रिया दे रही है. सीएम नीतीश कुमार ने भी इस बावत पूछे जाने पर कहा कि जिन्होंने कानून लाए थे, उन्होंने वापस लिया. जबकि बिल को पास किए जाने के बाद जेडीयू भी इसे किसानों के हित में बता रही थी.
ऐसे में जेडीयू के सांसद महाबली सिंह का कृषि कानूनों की वापसी पर दिया गया बयान महत्वपूर्ण हो जाता है. उन्होंने इन कानूनों को किसानों के हित में बताते हुए विपक्ष पर सीधे-सीधे हमला बोला. जेडीयू सांसद ने कहा कि इस मुद्दे को लेकर विपक्ष ने झूठी अफवाह फैलाई, जिसके भ्रम में किसान आ गए. उन्होंने कहा कि अगर एक झूठ को बार-बार बोला जाए तो लोग उसे सच मानने लगते हैं. किसानों और कृषि कानूनों के साथ भी यही हुआ.
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महाबली सिंह ने कहा कि पीएम मोदी ने किसानों की मांग पर यह फैसला लिया है. उन्होंने किसानों की इच्छाओं का सम्मान किया है.
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