रोहतास: अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर बिहार के रोहतास में एक ऐसे योग गुरु से आपको रुबरु कराते है जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन से एक अलग मुकाम बनाया है. दरअसल रोहतास के रहने वाले नवल किशोर ने अपनी मेहनत के बल पर योग विद्या में मिसाल कायम किया है. नवल सासाराम के न्यू स्टेडियम फजलगंज में आपको सुबह-शाम बिना किसी गुरु के योग साधना में तल्लीन होकर कई तरह के दुर्लभ योगासन कर के सभी को मंत्रमुग्ध करते दिखाई देंगे.
कई योग शिविर में लेते हैं भाग: देश के अलग-अलग भागों में योग पर होने वाले शिविरों में नवल किशोर को आमंत्रित किया जाता है. इनकी योग साधना बताती है कि यह कितने विलक्षण प्रतिभा के धनी है. नवल किशोर बताते हैं कि पिछले 8 सालों से लगातार कठिन परिश्रम कर वो योग के साधक बन गए हैं. योगासन विद्या के लगभग तमाम कठिन आसन वो बड़े इत्मीनान से करते हैं. मयूरासन से लेकर भुजंगासन तक शीर्षासन से लेकर तमाम तरह के आसनों की बेहतरीन प्रस्तुति के साथ शारीरिक सामंजस्य स्थापित कर दर्शकों को प्रभावित कर देते हैं.
"पिछले 8 सालों से लगातार कठिन परिश्रम कर मैं योग का साधक बना हूं. योगासन विद्या के लगभग तमाम कठिन आसन मैं बड़े इत्मीनान से करता हूं. मयूरासन से लेकर भुजंगासन तक शीर्षासन से लेकर तमाम तरह के आसनों की प्रस्तुति मैं यहां करता हूं. देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दिल से धन्यवाद हैं कि उनके प्रयास से पूरा विश्व 21 जून को योगमय हो जाता है."-नवल किशोर, योग साधक
पीएम का किया धन्यवाद: बता दें कि आज नवल किशोर रोहतास जिले में पहचान के मोहताज नहीं है. लोग अपने बच्चों को योग विद्या सीखाने के लिए नवल किशोर के पास भेजते हैं. जिसे नवल बखूबी कई तरह के आसनों के साथ सिखाते भी हैं. नवल कहा कि विश्व योग दिवस पर सभी शुभकामनाएं, देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दिल से धन्यवाद हैं कि उनके प्रयास से पूरा विश्व 21 जून को योग मय हो जाता है.