सासाराम: बिहार के रोहतास में बिजली विभाग की लापरवाही से बड़ी घटना सामने आई है. मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के जमुहार इलाके में खेत में काम करने करने गए एक ही परिवार के तीन लोग बिजली के नंगे तार की चपेट में आ गए. इस हादसे में मौके पर ही पति-पत्नी की मौत हो गई. हालांकि इस घटना में उनका पुत्र बाल-बाल बच गया. हादसे के बाद अयोध्या साह और उसकी पत्नी मालती देवी के शव को मौके पर पहुंची पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए सासाराम के सदर अस्पताल भेज दिया है.
ये भी पढ़ें: Rohtas News: करंट लगने से दो लोगों की मौत, भैंस को बचाने में गई जान
करंट लगने से पति-पत्नी की मौत: घटना के संबंध में बताया जाता है कि जमुहार गांव निवासी अयोध्या साह खेत में काम करने गए थे. इसी दौरान वह वह खेत में टूटकर गिरे नंगे बिजली की तार की चपेट में आ गए. इस दौरान चिल्लाने पर उनकी पत्नी मालती देवी उसे बचाने दौड़ी तो वह भी करंट की चपेट में आ गई. इसी बीच उसका बड़ा बेटा शेष नाथ भी अपने माता-पिता को बचाने के लिए गया लेकिन वह बाल-बाल बच गया. दोनों पति-पत्नी की मौके पर ही करंट लगने से मौत हो गई. घटना के बाद पूरे गांव में कोहराम मचा है.
"बाबू जी खेत पर काम करने गए थे, तभी नंगे तार की चपेट में आ गए. उनके शोर मचाने पर मम्मी बचाने के लिए दौड़ी तो उसको भी करंट लग गया. उसे बाद हम भी गए लेकिन अब किसी तरह बच गए. विभाग विभाग की लापरवाही से मेरे माता-पिता की जान गई है"- शेषनाथ, मृतक का पुत्र
बिजली विभाग के खिलाफ लोगों में आक्रोश: स्थानीय लोगों ने बताया कि आज से 6 महीने पहले इसी गांव के जोगेंद्र बैठा की पत्नी चंद्रावती देवी की भी मौत करंट लगने से हो गई थी. वहीं बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए लोगों ने कहा कि आए दिन इस तरह के हादसे होते रहते हैं. खेतों से पास हो कर गुजरने वाले 440 वोल्ट के जर्जर तार टूट कर खेत में गिर जाते हैं, जिस कारण लोग काल के गाल में समा रहे हैं. लोगों का आरोप है कि लापरवाह बिजली विभाग के अधिकारी जर्जर तारों को नहीं बदलते हैं, सिर्फ और सिर्फ बिजली का बिल भेजकर पैसे की उगाही करना ही इनका मकसद रह गया है.