रोहतास: जिला मुख्यालय सासाराम के सदर अस्पताल में नए ट्रॉमा सेंटर का औचक निरीक्षण अस्पताल उपाधीक्षक डॉ श्री भगवान सिंह ने किया. इस दौरान ट्रॉमा सेंटर पर ड्यूटी में तैनात स्वास्थ्य कर्मियों के बीच हड़कंप मच गया. सदर अस्पताल सासाराम में बनाए गए नए ट्रॉमा सेंटर का उद्घाटन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कई महीनों पहले कर दिया था. लेकिन किसी तकनीकी खामियों के कारण ट्रॉमा सेंटर को चालू नहीं किया जा सका था.
![ट्रामा सेंटर का औचक निरीक्षण](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/bh-roh-02-sasaram-taraumacentar-img-7203541_28112020173218_2811f_02015_207.jpg)
बता दें कि लिहाजा उद्घाटन के कई महीनों बाद आखिरकार सिविल सर्जन के अथक प्रयास के बाद ट्रॉमा सेंटर को चालू कर दिया गया. इस ट्रॉमा सेंटर को हाईटेक तरीके से बनाया गया है. इस में अत्याधुनिक मशीनें लगाई गई है. वेंटिलेटर की सुविधाएं भी स्ट्रामा सेंटर में मौजूद है.
ट्रॉमा सेंटर का औचक निरीक्षण
वहीं सदर अस्पताल के ओपीडी में चल रहे इमरजेंसी वार्ड को भी ट्रॉमा सेंटर में शिफ्ट कर दिया गया है. ऐसे में ट्रॉमा सेंटर के निरीक्षण में अचानक अस्पताल उपाधीक्षक पहुंच गए. जिसके बाद अस्पताल कर्मचारियों में हड़कंप मच गया. निरीक्षण के दौरान अस्पताल उपाधीक्षक डॉ श्री भगवान सिंह ने स्वास्थ्य कर्मीयों को सख्त लहजे में कहां की ट्रॉमा सेंटर में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं कि जाएगी.
लापरवाही पर कर्मियों पर होगी कार्रवाई
ट्रॉमा सेंटर में तैनात स्वास्थ्य कर्मियों में किसी भी तरह की लापरवाही पाई गई तो उन पर विभागीय कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी. जाहिर हैं ट्रॉमा सेंटर के बनने से यहां आने वाले तमाम मरीजों को काफी सुविधाएं मिलेगी. उन्हें बनारस और पटना जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. अक्सर डॉक्टरों गंभीर रूप से बीमार मरीजों को बनारस रेफर कर दिया जाता है.'- डॉ. श्री भगवान सिंह, अस्पताल उपाधीक्षक
बहरहाल सासाराम के सदर अस्पताल में बनाए गए ट्रॉमा सेंटर का संचालन होने से यहां आने वाले मरीजों को सीधे तौर पर लाभ मिलेगा. लिहाजा अब देखना यह हैं कि ट्रॉमा सेंटर में आने वाले मरीजों को कितना लाभ पहुंच पाता है.