सासाराम: बिहार के सासाराम में हुई हिंसा के आरोपी और बीजेपी के पूर्व विधायक को सासाराम पुलिस ने मंडल कारा से रिमांड पर लिया है. जवाहर प्रसाद को 30 अप्रैल को पुलिस ने घर से गिरफ्तार किया था. इस मामले में पूछताछ के लिए पुलिस ने उन्हें रिमांड पर लिया है. जब उनसे मीडियाकर्मियों ने सवाल पूछा तो उन्होंने खुद को फंसाए जाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि जो लोग मुझे दंगाई कह रहे हैं वो खुद दंगाई हैं. जब मैं जेल से छूटकर बाहर आउंगा तो जनता से सभी बात साझा करूंगा.
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''मैं अभी रिमांड पर हूं. जेल से मैं जब बाहर आउंगा तब सभी बातें जनता से कहूंगा. चोरी हत्या पाप किसी से छिपता नहीं है. हम दंगाई थोड़े हैं हम मां तारा चंडी के भक्त हैं. हम दंगाई नहीं है. जो ये कह रहा है वो खुद दंगाई है.''- जवाहर प्रसाद, पूर्व बीजेपी विधायक
'मैं दंगाई नहींं... ' : वहीं, आज पुलिस ने पूर्व विधायक को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है. जेल ले जाने के दौरान उन्होंने कहा कि वह जेल से आने के बाद जनता के बीच अपनी बात रखेंगे. जो लोग उन्हें दंगाई कर रहे हैं, उनको भी वह जवाब देंगे. पूर्व विधायक ने एक सवाल के जवाब में कहा कि वह दंगाई नहीं हैं. वह मां ताराचंडी देवी के भक्त हैं. उन्होंने यह भी कहा कि जेल में वे अपनी रणनीति बना रहे हैं. जेल से बाहर आने के बाद वह जनता के बीच अपनी बात रखेंगे.
गिरफ्तारी के विरोध में धरने पर बीजेपी: इस मामले को लेकर शनिवार को सासाराम के समाहरणालय के समक्ष भाजपा के पोल खोल कार्यक्रम को लेकर जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार सहित पूर्व मंत्री भगवान सिंह कुशवाहा, पूर्व मंत्री जय कुमार सिंह सहित आधे दर्जन भर नेता धरना दे रहे हैं. गौरतलब है कि जवाहर प्रसाद सासाराम के पांच बार भाजपा से विधायक रह चुके हैं. सासाराम में रामनवमी के दौरान हिंसक झड़प मामले में उनकी गिरफ्तारी हुई थी, जिसके बाद से प्रदेश की सियासत गर्म है. सासाराम हिंसा मामले में पूर्व विधायक की गिरफ्तारी के विरोध में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी भी सासाराम में महाधरना में शामिल होने पहुंचे थे.