रोहतास: जिले में खनन माफियाओं पर नकेल कसने के लिए जिला प्रशासन तरह-तरह के हथकंडे अपना रहा है. इसके बावजूद अवैध खनन का काला खेल ल रुकने का नाम नहीं ले रहा है. खनन के अवैध व्यापार को रोकने के लिए प्रशासन ने जिले के नेशनल हाइवे-2 के महारानियां गांव के पास खनन जांच चौकी केंद्र भी बनाया. लेकिन इसके बावजूद ओवरलोडेड बालू वाहन धड़ल्ले से पार कर रहे हैं.
'जान को हथेली पर रखकर कर रहे है नौकरी'
इस बाबत चौकी पर तैनात सैप जवान विजय शंकर ओझा बताते हैं कि ओवरलोडेड वाहन काफी तेज रफ्तार से आते हैं. जिस कारण ओवरलोडेड गाड़ियों की जांच नहीं हो पाती है. जवानों का कहना है कि रात के समय अक्सर डर बना रहता है, कहीं ट्रक चालक उनपर ही ट्रक को न चढ़ा दें. रात के समय ट्रक को रोकना आसान नहीं है. यहां पर जान को हथेली पर रखकर नौकरी कर रहे हैं.
वाहनों को रोकने के लिए ड्रम का सहारा
अपना दर्द सुनाते हुए सैप के जवान बताते है कि प्रशासन ने यहां पर मात्र दो सैप के जवानों को नियुक्त किया है. ओवरलोडेड वाहनों को रोकने के लिए ने ड्रम का सहारा लिया गया है. जिसे वाहन चालक टक्कर मारकर भाग जाते है. स्थानीय पुलिस का सहयोग भी नहीं मिल पाता है. यहां पर खनन का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है. प्रतिदिन लगभग सौ से भी अधिक ओवरलोडेड वाहन तेज रफ्तार से भाग जाते है. यहां पर दो जवानों के सहारे इतने बड़े अवैध कारोबार को नहीं रोका जा सकता है.
खनन कंपनी के प्रइवेट लोग भी करते है जांच
अवैध खनन के रोकने के लिए जिला प्रशासन ने खनन करने वाली प्रइवेट कंपनी के लोगों का भी सहार लिया है. ईटीवी से बात करते हुए कंपनी के कर्मी मुन्ना कुमार सिंह बताते है कि हमलोगों से जितना भी संभव हो पाता है, जांच करते है. नौकरी के लिए जान तो नहीं न गंवाया जा सकता है. कंपनी के कर्मी बताते हैं कि इस कारोबार में वाहनों को पार कराने के लिए कई लोग लाइनर का काम करते हैं. जिससे वाहन चालक सजग हो जाते हैं.
गौरतलब है कि विगत कुछ दिन पहले ही जिले के एसपी ने अवैध खनन व्यापार के लिए लाईनर का काम करने वाले कई लोगों को गिरफ्तार भी किया था. लेकिन फिर भी जिले में अवैध खनन करने वाले लोग बोखौफ होकर अपने काम को अंजाम दे रहे हैं.