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Rohtas News: '18 घंटे बिजली नहीं मिलेगी तो होगा आंदोलन', विद्युत कार्यालय में किसानों का प्रदर्शन

बिहार के रोहतास में बिजली ऑफिस में किसानों का प्रदर्शन देखने को मिला. किसान बिजली की समस्या को लेकर पहुंचे थे. 24 घंटे में मात्र 2 घंटे बिजली देने का आरोप लगाया है. इससे धान रोपाई में परेशानी हो रही है. 24 में 18 घंटे बिजली देने की मांग की गई है. पढ़ें पूरी खबर...

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Published : Jul 22, 2023, 6:22 PM IST

रोहतास में बिजली ऑफिस में किसानों का प्रदर्शन

रोहतासः बिहार के रोहतास में बिजली बाधित होने से किसान परेशान हैं. शनिवार को किसानों ने बिजली विभाग के कार्यालय में जमकर प्रदर्शन किया. किसानों का कहना है कि 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने के सरकार के दावों का विभाग के अधिकारी धज्जियां उड़ा रहे हैं. काफी संख्या में किसान डेहरी के तार बंगला स्थित विद्युत शक्ति उप केंद्र पर जमकर हंगामा किया.

यह भी पढ़ेंः Patna News: मसौढ़ी में तरकटवा गिरोह का आतंक, बिजली विभाग के कर्मचारी बनकर आए चोरों ने काटा 24 पोल का तार

18 घंटे बिजली उपलब्ध कराने की मांगः किसानों के प्रदर्शन को देख बिजली विभाग के अधिकारियों ने पुलिस बुला ली, हालांकि पुलिस व बिजली विभाग के अधिकारी काफी देर तक आक्रोशित किसानों को समझाने का प्रयास करते रहे, लेकिन किसान कम से कम 18 घंटे बिजली उपलब्ध कराने की मांग पर अड़े रहे. किसान अनिल ओझा ने बताया कि सरकार का दावा है कि 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराई जा रही है. यहां बिजली की अघोषित कटौती से खेतों में पानी नहीं पहुंच पा रहा है. आलम यह है कि खेतों में दरारें पड़ने शुरू हो गए हैं.

"बिजली नहीं रहने के कारण धान रोपनी का समय निकला जा रहा है. इस इलाके के किसान ट्यूबवेल पर आश्रित हैं, लेकिन बिजली नहीं नहीं दी जा रही है. रोपनी समय से नहीं हुई तो हमलोग भुखमरी के कागार पर पहुंच जाएंगे. इसलिए प्रशासन से मांग है कि कम से कम 18 घंटे बिजली उपलब्ध कराई जाए." -अनिल ओझा, किसान

18 घंटा बिजली देने की मांगः प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में आए भलुआड़ी पंचायत के मुखिया पप्पू कुमार सिंह ने प्रशासन से बिजली उपलब्ध कराने की मांग की. उन्होंने कहा कि पंचायत में मात्र आधा घंटा बिजली रहती है, जिससे खेत में पटवन भी नहीं हो पाता है. बिजली नहीं आने से धान रोपाई प्रभावित है. हमलोगों की मांग है कि 24 घंटे में 18 घंटा बिजली दी जाए.

"इलाके के किसानों को 24 घंटे बिजली के बदले सिर्फ और सिर्फ आधे घंटे ही बिजली मिल पा रही है. ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि किसान खेती कैसे करेंगे. खेत में पटवन नहीं होने से धान रोपाई नहीं हो पा रही है." -पप्पू कुमार सिंह, मुखिया, भलुआड़ी पंचायत

किसान अरविंद ने बताया कि धान की खेती के लिए रोपनी चालू है, लेकिन बिजली उपलब्ध नहीं होने से खेतों में लगे बिचड़े सूखने लगे हैं. लक्ष्मण बीघा, डिलिया, पतपुरा भटौली, पितांबरपुर, ओझ वालिया, आधे दर्जन गांव के किसान परेशान हैं, लेकिन विभाग के अधिकारी को किसानों की समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं है. अगर उनकी मांगों के अनुसार बिजली उपलब्ध नहीं होती है तो वह बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होंगे.

"अगर हमारी मांग पूरी नहीं होती है तो आगे आंदोलन करेंगे. बिजली नहीं होने के किसान परेशान हैं, लेकिन प्रशासन को इससे कोई लेना देना नहीं है. रोपाई नहीं होने से किसान चिंतित हैं कि इस बार धान कैसे उपजेगा." -अरविंद दुबे, किसान

10 प्रतिशत ही हुई रोपनीः पतपुरा से आए किसान राहुल कुमार ओझा ने बताया कि बिजली की कमी के कारण मात्र 10 प्रतिशत रोपनी हुई है. पानी के अभाव में खेत सूखने लगा है. किसान नलकूप पर आश्रित हैं. इसी मांग को लेकर हमलोग आज इकट्ठा हुए हैं. प्रशासन से मांग है कि समय से बिजली मुहैया कराई जाए, नहीं तो आगे आंदोलन किया जाएगा. सूचना मिलते हैं डेहरी विद्युत सब डिविजन के एसडीओ-2 रवि रंजन कुमार पहुंचे और किसानों समस्या निदान करने का आश्वासन दिया है.

"आधे दर्जन के किसान सिर्फ और सिर्फ नलकूप पर आश्रित हैं. इस कारण बिजली उपलब्ध नहीं होने से उनके खेतों में अभी तक सिर्फ 10% ही रोपनी हुई है. पानी के अभाव में खेत सूखने लगे हैं." - राहुल कुमार ओझा, किसान

रोहतास में बिजली ऑफिस में किसानों का प्रदर्शन

रोहतासः बिहार के रोहतास में बिजली बाधित होने से किसान परेशान हैं. शनिवार को किसानों ने बिजली विभाग के कार्यालय में जमकर प्रदर्शन किया. किसानों का कहना है कि 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने के सरकार के दावों का विभाग के अधिकारी धज्जियां उड़ा रहे हैं. काफी संख्या में किसान डेहरी के तार बंगला स्थित विद्युत शक्ति उप केंद्र पर जमकर हंगामा किया.

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18 घंटे बिजली उपलब्ध कराने की मांगः किसानों के प्रदर्शन को देख बिजली विभाग के अधिकारियों ने पुलिस बुला ली, हालांकि पुलिस व बिजली विभाग के अधिकारी काफी देर तक आक्रोशित किसानों को समझाने का प्रयास करते रहे, लेकिन किसान कम से कम 18 घंटे बिजली उपलब्ध कराने की मांग पर अड़े रहे. किसान अनिल ओझा ने बताया कि सरकार का दावा है कि 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराई जा रही है. यहां बिजली की अघोषित कटौती से खेतों में पानी नहीं पहुंच पा रहा है. आलम यह है कि खेतों में दरारें पड़ने शुरू हो गए हैं.

"बिजली नहीं रहने के कारण धान रोपनी का समय निकला जा रहा है. इस इलाके के किसान ट्यूबवेल पर आश्रित हैं, लेकिन बिजली नहीं नहीं दी जा रही है. रोपनी समय से नहीं हुई तो हमलोग भुखमरी के कागार पर पहुंच जाएंगे. इसलिए प्रशासन से मांग है कि कम से कम 18 घंटे बिजली उपलब्ध कराई जाए." -अनिल ओझा, किसान

18 घंटा बिजली देने की मांगः प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में आए भलुआड़ी पंचायत के मुखिया पप्पू कुमार सिंह ने प्रशासन से बिजली उपलब्ध कराने की मांग की. उन्होंने कहा कि पंचायत में मात्र आधा घंटा बिजली रहती है, जिससे खेत में पटवन भी नहीं हो पाता है. बिजली नहीं आने से धान रोपाई प्रभावित है. हमलोगों की मांग है कि 24 घंटे में 18 घंटा बिजली दी जाए.

"इलाके के किसानों को 24 घंटे बिजली के बदले सिर्फ और सिर्फ आधे घंटे ही बिजली मिल पा रही है. ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि किसान खेती कैसे करेंगे. खेत में पटवन नहीं होने से धान रोपाई नहीं हो पा रही है." -पप्पू कुमार सिंह, मुखिया, भलुआड़ी पंचायत

किसान अरविंद ने बताया कि धान की खेती के लिए रोपनी चालू है, लेकिन बिजली उपलब्ध नहीं होने से खेतों में लगे बिचड़े सूखने लगे हैं. लक्ष्मण बीघा, डिलिया, पतपुरा भटौली, पितांबरपुर, ओझ वालिया, आधे दर्जन गांव के किसान परेशान हैं, लेकिन विभाग के अधिकारी को किसानों की समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं है. अगर उनकी मांगों के अनुसार बिजली उपलब्ध नहीं होती है तो वह बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होंगे.

"अगर हमारी मांग पूरी नहीं होती है तो आगे आंदोलन करेंगे. बिजली नहीं होने के किसान परेशान हैं, लेकिन प्रशासन को इससे कोई लेना देना नहीं है. रोपाई नहीं होने से किसान चिंतित हैं कि इस बार धान कैसे उपजेगा." -अरविंद दुबे, किसान

10 प्रतिशत ही हुई रोपनीः पतपुरा से आए किसान राहुल कुमार ओझा ने बताया कि बिजली की कमी के कारण मात्र 10 प्रतिशत रोपनी हुई है. पानी के अभाव में खेत सूखने लगा है. किसान नलकूप पर आश्रित हैं. इसी मांग को लेकर हमलोग आज इकट्ठा हुए हैं. प्रशासन से मांग है कि समय से बिजली मुहैया कराई जाए, नहीं तो आगे आंदोलन किया जाएगा. सूचना मिलते हैं डेहरी विद्युत सब डिविजन के एसडीओ-2 रवि रंजन कुमार पहुंचे और किसानों समस्या निदान करने का आश्वासन दिया है.

"आधे दर्जन के किसान सिर्फ और सिर्फ नलकूप पर आश्रित हैं. इस कारण बिजली उपलब्ध नहीं होने से उनके खेतों में अभी तक सिर्फ 10% ही रोपनी हुई है. पानी के अभाव में खेत सूखने लगे हैं." - राहुल कुमार ओझा, किसान

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