रोहतास: जिले के सोन नदी का जलस्तर घटने से जहां तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों के चेहरे पर खुशी है. तो वहीं, इलाके के किसानों के चेहरे पर मायूसी छायी है. मध्य प्रदेश के अमरकंटक से निकलकर रोहतास की लाइफ लाइन बनने वाली सोन नदी के कहर से लोगों में भय बना हुआ था. जलस्तर कम होने से लोगों ने राहत की सांस ली है. लेकिन, किसानों के चहरे मुरझाए हुए हैं.
जिले के भदोखरा पंचायत के किसान परेशान हैं. सोन नदी का पानी उनके खेतों तक नहीं पहुंच रहा है. नतीजतन, खेतों में दरार पड़ने लगी है. वहीं, दूसरी ओर बारिश कम होने के कारण भी किसान परेशान हैं. वह अभी भी इस आस में हैं कि कब उनके दिन बहुरेंगे.
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बारिश ना होने से सूखे के हालात
भदोखरा गांव के रहने वाले किसानों ने बताया कि सोन नदी का पानी उन्हें नसीब नहीं हो पाता है. उनके इलाके में नहर नहीं है. जबकि दूसरे राज्यों में यह पानी पहुंच रहा है. बारिश नहीं होने से खेतों में भी सूखे की स्थिति पैदा हो जाती है. इस साल किसानों ने जो रोपनी की है, वह पानी के अभाव में नष्ट होती दिख रही है.
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किसानों को फसल बर्बादी का डर
बता दें कि तिलौथू प्रखंड से ही सोन नदी गुजरती है. उसके बावजूद नहरों का पानी तिलौथू प्रखंड तक नहीं पहुंच पाता है. जिससे पहाड़ी इलाका होने की वजह से यहां पर धान की खेती करने वाले किसानों के चेहरे मुरझा गए हैं. उन्हें इस अब इस बात का डर सताने लगा है कि कहीं इस बार उनकी पूंजी ही ना डूब जाए.