रोहतास: जिले को धान का कटोरा कहा जाता है, लेकिन यहां के किसान ट्रेडिशनल खेती को छोड़कर मॉडर्न खेती की ओर रुख कर रहे हैं. इस नई खेती में मछली पालन लोगों को खूब भा रहा है. किसान मछली पालन के व्यवसाय से जुड़कर लाखों की आमदनी कर रहे हैं.
'सरकार से नहीं मिली मदद'
शिवसागर प्रखंड के चमराहा गांव के रहने वाले प्रकाश कुमार पेशे से वकील थे, लेकिन वकालत छोड़कर उन्होंने अपने गांव में तकरीबन 40 एकड़ भूमि में मछली पालन शुरू किया. इस व्यवसाय से वे लाखों रुपये की आमदनी कर रहे हैं. वहीं, कई लोगों को उन्होंने इस व्यवसाय से जोड़कर रोजगार भी दिया है. प्रकाश कुमार ने कहा कि उन्हें अब तक सरकार की तरफ से कोई मदद नहीं मिली है.
'लाखों की होती है बचत'
प्रकाश कुमार ने बताया कि धान गेहूं की खेती करने से बेहतर है कि मछली का व्यवसाय किया जाए. इसमें 1 एकड़ की भूमि में मछली पालन किया जाए तो एक लाख तक की बचत होती है. वहीं, उन्होंने बताया कि वे ट्रेडिशनल खेती छोड़कर अब मॉडर्न खेती कर रहे हैं. वे अपने गांवों में रहकर ही मछली का व्यवसाय कर लाखों रुपये की आमदनी कर रहे हैं.
बता दें कि किसान अब ट्रेडिशनल खेती छोड़कर मॉडर्न खेती की ओर रुख कर रहे हैं. मॉडर्न खेती में किसानों को अधिक मुनाफा मिल रहा हैं. वहीं, परंपरागत खेती करने से उन्हें मुनाफा नहीं मिल पाता था. साथ ही उन्हें नुकसान होने की भी संभावना ज्यादा रहती थी.