रोहतासः सूबे के डीजीपी का सख्त निर्देश है कि कोई भी पीड़ित थाना में शिकायत लेकर पहुंचे तो बगैर उचित कार्रवाई के वापस न लौटाएं और तत्काल केस दर्ज हो. लेकिन रोहतास पुलिस को डीजीपी के इस निर्देश की कोई परवाह ही नहीं. यहां थाने गई एक महिला की शिकायत दर्ज नहीं की गई और उसे बैरंग लौटा दिया गया.
पीड़िता ने थक हारकर पुलिस के स्थानीय अधिकारियों से शिकायत की, फिर भी मामला नहीं बना. तब जाकर पीड़िता ने प्रदेश के डीजीपी से फोन पर अपनी गुहार लगाई. डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने महिला का एफआईआर तत्काल दर्ज कराने का निर्देश दिया और केस तुरंत दर्ज हुआ.
2 दिनों तक भटकती रही पीड़िता
मामला शिवसागर इलाके के किरहिंडी गांव की पीड़िता का है. पीड़ित महिला सोनी देवी अपने मामले की लिखित शिकायत दर्ज कराने महिला थाने पहुंची तो उसे दूसरे जगह का मामला बताकर बैरंग वापस लौटा दिया गया. यही नहीं 2 दिनों तक पीड़ित महिला थाने का चक्कर काटती रही.
2014 में हुई थी शादी
दरअसल, शिवसागर इलाके के किरहींडी गांव की रहने वाली सोनी देवी की शादी पिरो स्थित हसन बाजार के रहने वाले राहुल से 2014 में हुई थी. शादी के कुछ दिनों बाद ही ससुराल वाले दहेज के लिए उसे प्रताड़ित करने लगे और 1 लाख की मांग की. साथ ही दहेज में दिए गए बाइक का नंबर चढ़ाने के लिए रुपये की डिमांड भी करने लगे.
सुसराल वालों के चंगुल से मुक्त
पीड़ित के पिता ने बाइक रजिस्ट्रेशन की रकम भी दी. लेकिन और बाकी की रकम के लिए सोनी के साथ मारपीट की जाने लगी. 28 मार्च 2019 को जलाकर मारने की धमकी ससुराल वाले देने लगे. तब किसी तरह सोनी ने अपने परिजनों को सूचना दी. उसके पिता ने हसन बाजार पुलिस के सहयोग से उसे ससुराल वालों के चुंगल से मुक्त कराया.