रोहतास (सासाराम): डेहरी डालमियानगर नगर परिषद के तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी और फिलहाल में जहानाबाद में ईओ कुमार ऋत्विक के खिलाफ लगे वित्तीय अनियमितता के आरोपों जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने (Action of Rohtas D M Dharmendra Kumar) प्रदेश के आर्थिक अपराध नियंत्रण इकाई को जांच के लिए भेज दिया है(DM took this action on the then EO Kumar Ritwik) .डिहरी नगर परिषद में वित्तीय अनियमितता एवं सरकारी राशि के गबन की शिकायत के बाद जिलाधिकारी ने डेहरी अनुमंडल पदाधिकारी समीर सौरभ और वरीय उप समाहर्ता प्रवीण चंदन की संयुक्त जांच टीम गठित की थी.
आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का भी है मामला: डेहरी डालमियानगर नगर परिषद के तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी कुमार ऋत्विक के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप भी लगाया गया था. कुमार ऋत्विक के विरुद्ध वित्तीय अनियमितता, फर्जी तरीके से सरकारी राशि की निकासी और सरकारी राशि के गबन करने के संबंध में साक्ष्य सहित प्रतिवेदन दिया गया था. मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएम धर्मेंद्र कुमार ने जांच कमेटी का गठन किया था. इस कमेटी ने 16 जुलाई को मंतव्य सहित प्रतिवेदन जिला पदाधिकारी को भेजा. जांच कमेटी से प्राप्त प्रतिवेदन के आधार पर कुमार ऋत्विक से स्पष्टीकरण की मांग की गई थी, जिसमें स्पष्ट जवाब नहीं मिला.
डीएम ने आर्थिक अपराध नियंत्रण इकाई को भेजी जांच रिपोर्ट :अधिकारियों की जांच के बाद जिलाधिकारी की ओर से पूछे गए स्पष्टीकरण में समुचित जवाब नहीं मिला. ईओ के भेजे जवाब में उनका स्पष्टीकरण तथ्यहीन तथा भ्रामक होने के कारण इस मामले में पुनः कुमार ऋत्विक से कारण पृच्छा की गई और स्पष्ट प्रतिवेदन उपलब्ध कराने के लिए निर्देश दिए गए. इस संबंध में अब तक कुमार ऋत्विक से स्पष्टीकरण नहीं मिला है.जिलाधिकारी के मुताबिक पहली नजर में गंभीर वित्तीय अनियमितता दिख रही है.डीएम ने स्पष्ट किया है कि जांच दल की सुमित कुमार एंड संस, पटना और सीटो विजन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, पटना के प्रोपराइटर शिप, बैंक खातों की जांच, वित्तीय लेनदेन एवं कुमार ऋत्विक से इन कंपनियों की संबद्धता की जांच जिला स्तर से संभव नहीं है.इस कारण आर्थिक अपराध इकाई से इसकी जांच कराने एवं अपने पद का दुरुपयोग करते हुए नगर परिषद डेहरी डालमियानगर में वित्तीय कार्यों में प्रथम दृष्टया गंभीर अनियमितता परिलक्षित होने के कारण उक्त पूरे मामले की जांच आर्थिक अपराध इकाई से कराए जाने की अनुशंसा की गई है.
"कुमार ऋत्विक से कारण पृच्छा किए जाने के बाद भी प्रतिवेदन उपलब्ध नहीं कराना वित्तीय अनियमितता को परिलक्षित करता है. नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव को कुमार ऋत्विक के ऊपर प्रपत्र क गठित कर आरोप पत्र अग्रेतर करवाई हेतु भेजी गई है. साथ ही साथ इस वित्तीय लेनदेन जिसमें बैंक खाता की जांच इत्यादि से जुड़े मामले की विस्तृत जांच करने के संबंध में कार्रवाई करने हेतु आर्थिक अपराध इकाई बिहार पटना को भी भेजा गया है."- धर्मेंद्र कुमार, जिलाधिकारी, रोहतास