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रोहतास: CS ने किया चपरी गांव का दौरा, दूषित पानी पीने से चार बच्चों की हुई थी मौत - दूषित पानी पीने से बच्चों की मौत

सिविल सर्जन ने आनन फानन में स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ संबंधित गांव का दौरा किया. जहां उन्होंने पाया कि गांव में मलेरिया का प्रकोप है. अब गांव में बीमार लोगों का इलाज चल रहा है.

cs rohtas
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Published : Dec 8, 2020, 11:01 AM IST

Updated : Dec 16, 2020, 4:15 PM IST

रोहतासः जिला के कैमूर पहाड़ी पर स्थित चुनहट्टा के चपरी गांव में मजदूरों के चार बच्चों की मौत मामले को लेकर सासाराम के सिविल सर्जन डॉ. सुधीर कुमार संबंधित गांव का दौरा किया. जहां जांच में उन्होंने पाया कि मजदूरों को डायरिया न होकर मलेरिया की बीमारी है.

4 बच्चों की मौत के बाद चर्चा था मामला
दरअसल नौहट्टा के चुनहट्टा गांव में 48 लोगों के मलेरिया की जांच की गई. जिसमें 19 को पॉजिटिव पाया गया. बता दें कि वन विभाग द्वारा कैमूर पहाड़ी कें चपरी गांव में निर्माण कार्य चल रहा है. जिसमें आसपास के कई गांव के मजदूर अपने परिवार के साथ जाकर वहां मजदूरी करते थे. जिसमें से 4 बच्चों की मौत के बाद मामला चर्चा में आया था.

देखें रिपोर्ट

इसी के बाद सिविल सर्जन ने आनन फानन में स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ संबंधित गांव का दौरा किया. जहां उन्होंने पाया कि गांव में मलेरिया का प्रकोप है. अब गांव में बीमार लोगों का इलाज चल रहा है.

स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप
बता दें कि पहाड़ी इलाके में दूषित पानी पीने से 4 बच्चों की मौत और 60 लोगों के बीमार होने की खबर के बाद पूरे जिले में सनसनी फैल गई थी. वहीं, इस पूरे मामले पर चेनारी के कांग्रेस विधायक मुरारी गौतम ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया था.

रोहतासः जिला के कैमूर पहाड़ी पर स्थित चुनहट्टा के चपरी गांव में मजदूरों के चार बच्चों की मौत मामले को लेकर सासाराम के सिविल सर्जन डॉ. सुधीर कुमार संबंधित गांव का दौरा किया. जहां जांच में उन्होंने पाया कि मजदूरों को डायरिया न होकर मलेरिया की बीमारी है.

4 बच्चों की मौत के बाद चर्चा था मामला
दरअसल नौहट्टा के चुनहट्टा गांव में 48 लोगों के मलेरिया की जांच की गई. जिसमें 19 को पॉजिटिव पाया गया. बता दें कि वन विभाग द्वारा कैमूर पहाड़ी कें चपरी गांव में निर्माण कार्य चल रहा है. जिसमें आसपास के कई गांव के मजदूर अपने परिवार के साथ जाकर वहां मजदूरी करते थे. जिसमें से 4 बच्चों की मौत के बाद मामला चर्चा में आया था.

देखें रिपोर्ट

इसी के बाद सिविल सर्जन ने आनन फानन में स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ संबंधित गांव का दौरा किया. जहां उन्होंने पाया कि गांव में मलेरिया का प्रकोप है. अब गांव में बीमार लोगों का इलाज चल रहा है.

स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप
बता दें कि पहाड़ी इलाके में दूषित पानी पीने से 4 बच्चों की मौत और 60 लोगों के बीमार होने की खबर के बाद पूरे जिले में सनसनी फैल गई थी. वहीं, इस पूरे मामले पर चेनारी के कांग्रेस विधायक मुरारी गौतम ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया था.

Last Updated : Dec 16, 2020, 4:15 PM IST
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