रोहतास: लोक आस्था के महापर्व छठ पर्व का आगाज हो चुका है. आज शाम डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. ऐसे में सोन नदी के तट पर छठ व्रतियों के लिए इस बार भी चचरी पुल बनाया गया है ताकि छठ व्रती पुल पार कर नदी में जाकर भगवान भास्कर को अर्घ्य दे सकें.
चचरी का पुल बनकर तैयार
शिवगंज में मयूर नवयुवक संघ के तत्वाधान में स्थानीय युवकों की ओर से डेहरी ऑन सोन नदी में चचरी का पुल बनकर तैयार है. इसी पुल को पार कर महिला और पुरुष छठ व्रती अस्ताचलगामी सूर्य देवता को अर्घ्य देंगे. पूजा कमिटी के मुताबिक तकरीबन 40 सालों से सोन नदी में चचरी पुल बनता आ रहा है. इसमें तकरीबन तीन लाख का खर्च आता है, लेकिन प्रशासन से सहयोग नहीं मिलता है.
सोशल डिस्टेंसिंग का करें पालन
स्थानीय लोगों ने कहा कि वह आपसी सहयोग से हर साल छठ व्रतियों की सेवा में लगे रहते हैं ताकि दूर-दराज से आने वाले छठ व्रती को तकलीफ ना हो. पूजा कमिटी के लोग बताते हैं कि कोरोना के बावजूद छठ पर्व को लेकर लोगों में काफी उत्साह है. यह उत्साह और आस्था कोरोना पर भारी पड़ता दिख रहा है. वहीं, हर साल की तरह इस बार भी छठ व्रती काफी संख्या में यहां पूजा-अर्चना करेंगे. पूजा कमिटी के लोग छठ घाट पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए आने वाले रास्ते में गोल घेरा बनाया जा रहा है.