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बिक्रमगंज कृषि विज्ञान केंद्र ने किसानों को दिया जलवायु अनुकूल खेती का प्रशिक्षण

बिक्रमगंज कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा रोहतास के बभनी में किसानों को जलवायु अनुकूल कृषि का प्रशिक्षण दिया गया. इस दौरान किसानों के बीच गरमा में मूंग और उड़द के बीज, खरपतवार नासी, राइजोबियम कल्चर, फफूंद नासी और पीएसबी बांटा गया

Climate friendly farming training
जलवायु अनुकूल खेती का प्रशिक्षण
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Published : Apr 4, 2021, 7:11 PM IST

रोहतास: बिक्रमगंज कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम के अंतर्गत गरमा दलहन फसल प्रत्यक्षण एवं प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन बभनी में किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सासाराम से बीजेपी सांसद छेदी पासवान उपस्थित रहे.

यह भी पढ़ें- झूठी निकली लखटकिया सब्जी की खेती, जांच करने गए कृषि वैज्ञानिकों को नहीं मिला एक भी पौधा

कार्यक्रम में किसानों को उन्नत तकनीक को अपनाकर मौसम के अनुकूल खेती करने के लिए प्रेरित किया गया. किसानों के बीच गरमा में मूंग और उड़द के बीज, खरपतवार नासी, राइजोबियम कल्चर, फफूंद नासी और पीएसबी बांटा गया.

किसान कराएं अपने खेत की मिट्टी की जांच
छेदी पासवान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रम स्वाइल हेल्थ कार्ड के बारे में किसानों को बताया. उन्होंने कहा "मिट्टी की सेहत अच्छी होने पर उत्पादन अधिक होगा और खाद की मात्रा कम लगेगी. किसानों को कृषि विज्ञान केंद्र में अपने खेत की मिट्टी की जांच करानी चाहिए."

इस अवसर पर उद्यान वैज्ञानिक डॉ. रतन कुमार ने किसानों को कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया. उन्होंने किसानों को बढ़ रहे तापमान के कारण गेहूं में सुखन, आम का फल सूखने और विभिन्न फल एवं सब्जियों के नुकसान से बचने के लिए उचित उपाए बताये.

यह भी पढ़ें- बिहार : किसानों की किस्मत बदल रहा ड्रैगन फ्रूट, एक एकड़ में लाखों की कमाई

रोहतास: बिक्रमगंज कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम के अंतर्गत गरमा दलहन फसल प्रत्यक्षण एवं प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन बभनी में किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सासाराम से बीजेपी सांसद छेदी पासवान उपस्थित रहे.

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कार्यक्रम में किसानों को उन्नत तकनीक को अपनाकर मौसम के अनुकूल खेती करने के लिए प्रेरित किया गया. किसानों के बीच गरमा में मूंग और उड़द के बीज, खरपतवार नासी, राइजोबियम कल्चर, फफूंद नासी और पीएसबी बांटा गया.

किसान कराएं अपने खेत की मिट्टी की जांच
छेदी पासवान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रम स्वाइल हेल्थ कार्ड के बारे में किसानों को बताया. उन्होंने कहा "मिट्टी की सेहत अच्छी होने पर उत्पादन अधिक होगा और खाद की मात्रा कम लगेगी. किसानों को कृषि विज्ञान केंद्र में अपने खेत की मिट्टी की जांच करानी चाहिए."

इस अवसर पर उद्यान वैज्ञानिक डॉ. रतन कुमार ने किसानों को कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया. उन्होंने किसानों को बढ़ रहे तापमान के कारण गेहूं में सुखन, आम का फल सूखने और विभिन्न फल एवं सब्जियों के नुकसान से बचने के लिए उचित उपाए बताये.

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