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रोहतास: एक डाक्टर के भरोसे शिवसागर प्रखंड का सरकारी अस्पताल, सुविधाओं के नाम पर महज खानापूर्ती

शिवसागर प्रखंड के सरकारी अस्पताल में 7 डॉक्टरों के पद मौजूद हैं. लेकिन सरकार की अनदेखी से महज एक डाक्टर ही पूरे प्रखंड अस्पताल को संभालते हैं. ईटीवी भारत की टीम जब अस्पताल का दौरा करने पहुंची तो डॉक्टर नदारद मिलें.

रोहतास: एक डाक्टर के भरोसे शिवसागर प्रखंड का सरकारी अस्पताल, सुविधाओं के नाम पर महज खानापूर्ती
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Published : Aug 28, 2019, 2:47 AM IST

रोहतास: जिला मुख्यालय के शिवसागर प्रखंड के सरकारी अस्पताल में डाक्टरों की कमी से जूझ रहा है. यहां मरीजों के इलाज के लिए सिर्फ एक डाक्टर की नियुक्ती की गई है. जिनके आने-जाने की कोई टाइम नहीं है. ऐसे में यहां इलाज कराने आए मरीजों को काफी परेशानीयों का सामना करना पड़ता है. कई बार तो मरीज बिना इलाज कराए ही वापस चले जाते हैं.

rohtas
अस्पताल का खस्ता हाल

राम भरोसे स्वास्थ व्यवस्था
बिहार में लगतार स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही सामने आ रही है. जिससे सुशासन बाबू के बिहार स्वास्थ व्यवस्था को लेकर आए दिन किरकिरी होती रहती है. कुछ ऐसा ही नजारा रोहतास जिला के शिवसागर प्रखंड के सरकारी अस्पताल में भी देखने को मिली. जहां ना तो मरीजों को देखने के लिए डॉक्टर है और ना ही उनके इलाज के लिए बुनियादी सुविधाएं. ऐसे में जिले की स्वास्थ व्यवस्था राम भरोसे है. ईटीवी भारत की टीम जब अस्पताल का दौरा करने पहुंची तो डॉक्टर नदारद मिलें. मामले में अस्पताल प्रबंधक से बात की गई. उन्होंने कहा कि डॉक्टर के जाने की जानकारी हमें नहीं है और ना ही वह लिखित तौर पर अस्पताल से गए हैं.

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मीडिया से बात करते अस्पताल प्रबंधक

एक डॉक्टर पर निर्भर अस्पताल
शिवसागर प्रखंड के सरकारी अस्पताल में 7 डॉक्टरों के पद मौजूद हैं. लेकिन सरकार की अनदेखी से महज एक डाक्टर ही पूरे प्रखंड अस्पताल को संभालते हैं. ईटीवी भारत से बातचीत में अस्पताल प्रबंधक ने बताया कि यहां एक ही डॉक्टर मौजूद हैं. जो सभी साधारण बीमारी का इलाज करते हैं. ऐसे में अस्पताल के स्वास्थ व्यवस्था का अंदाजा लगाया जा सकता है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

सुविधाओं के नाम पर खानापूर्ति
यहां इलाज के लिए आनेवाले मरीजों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. इस बाबत अस्पताल के दवा संचालक से दवाओं के बारे में पूछा गया तो उसने दवा खत्म हो जाने की बात कही. इतना ही नहीं अस्पताल में ना तो एक्सरे मशीन है और ना ही जांच के लिए कोई अन्य सुविधा. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि अस्पताल में सुविधाओं के नाम पर महज खानापूर्ती किया जा रहा है.
बता दे कि अस्पताल संचालक ने कहा कि कुछ बुनीयादी सुविधाओं की कमी हैं, जिसे 15 दिनों में पूरा कर लिया जाएगा. डॉक्टर और टेक्नीशियन, एक्स-रे मशीन की मांग के लिए जिला स्वास्थ समिति को पत्र भेजा गया है.

रोहतास: जिला मुख्यालय के शिवसागर प्रखंड के सरकारी अस्पताल में डाक्टरों की कमी से जूझ रहा है. यहां मरीजों के इलाज के लिए सिर्फ एक डाक्टर की नियुक्ती की गई है. जिनके आने-जाने की कोई टाइम नहीं है. ऐसे में यहां इलाज कराने आए मरीजों को काफी परेशानीयों का सामना करना पड़ता है. कई बार तो मरीज बिना इलाज कराए ही वापस चले जाते हैं.

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अस्पताल का खस्ता हाल

राम भरोसे स्वास्थ व्यवस्था
बिहार में लगतार स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही सामने आ रही है. जिससे सुशासन बाबू के बिहार स्वास्थ व्यवस्था को लेकर आए दिन किरकिरी होती रहती है. कुछ ऐसा ही नजारा रोहतास जिला के शिवसागर प्रखंड के सरकारी अस्पताल में भी देखने को मिली. जहां ना तो मरीजों को देखने के लिए डॉक्टर है और ना ही उनके इलाज के लिए बुनियादी सुविधाएं. ऐसे में जिले की स्वास्थ व्यवस्था राम भरोसे है. ईटीवी भारत की टीम जब अस्पताल का दौरा करने पहुंची तो डॉक्टर नदारद मिलें. मामले में अस्पताल प्रबंधक से बात की गई. उन्होंने कहा कि डॉक्टर के जाने की जानकारी हमें नहीं है और ना ही वह लिखित तौर पर अस्पताल से गए हैं.

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मीडिया से बात करते अस्पताल प्रबंधक

एक डॉक्टर पर निर्भर अस्पताल
शिवसागर प्रखंड के सरकारी अस्पताल में 7 डॉक्टरों के पद मौजूद हैं. लेकिन सरकार की अनदेखी से महज एक डाक्टर ही पूरे प्रखंड अस्पताल को संभालते हैं. ईटीवी भारत से बातचीत में अस्पताल प्रबंधक ने बताया कि यहां एक ही डॉक्टर मौजूद हैं. जो सभी साधारण बीमारी का इलाज करते हैं. ऐसे में अस्पताल के स्वास्थ व्यवस्था का अंदाजा लगाया जा सकता है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

सुविधाओं के नाम पर खानापूर्ति
यहां इलाज के लिए आनेवाले मरीजों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. इस बाबत अस्पताल के दवा संचालक से दवाओं के बारे में पूछा गया तो उसने दवा खत्म हो जाने की बात कही. इतना ही नहीं अस्पताल में ना तो एक्सरे मशीन है और ना ही जांच के लिए कोई अन्य सुविधा. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि अस्पताल में सुविधाओं के नाम पर महज खानापूर्ती किया जा रहा है.
बता दे कि अस्पताल संचालक ने कहा कि कुछ बुनीयादी सुविधाओं की कमी हैं, जिसे 15 दिनों में पूरा कर लिया जाएगा. डॉक्टर और टेक्नीशियन, एक्स-रे मशीन की मांग के लिए जिला स्वास्थ समिति को पत्र भेजा गया है.

Intro:रोहतास। जिला मुख्यालय के शिवसागर प्रखंड में सरकारी अस्पताल इन दिनों राम भरोसे चल रहा है। मरीजों के लिए यहां पर डॉक्टर ही मौजूद नहीं है।


Body:गौरतलब है कि बिहार में स्वास्थ्य विभाग को लेकर सुशासन बाबू के आए दिन किरकिरी होती रहती है। क्योंकि लगतार स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही सामने आ रही है। कुछ ऐसा ही नजारा रोहतास जिला के शिवसागर प्रखंड के सरकारी अस्पताल में भी देखने को मिला। जहां ना तो मरीजों को देखने के लिए डॉक्टर है और ना ही उनके इलाज के लिए मुकम्मल सुविधा है
ऐसे में जहां शिवसागर प्रखंड के सरकारी अस्पताल में 7 डॉक्टरों का पद मौजूद है। लेकिन सरकार की लापरवाही से महज एक डॉक्टर ही पूरे प्रखंड अस्पताल को संभालने को मजबूर है। वही दांत के इलाज करने के लिए साधारण डॉक्टर ही दांत की बीमारी का इलाज करते हैं। ऐसे में डॉक्टर भी अपने मनमानी तरीके से अस्पताल पहुंचते हैं। ईटीवी भारत की टीम जब अस्पताल का दौरा करने पहुंची तो डॉक्टर नदारद मिले
इस बारे में जब अस्पताल प्रबंधक से सवाल किया गया तो उन्होंने बोला डॉक्टरों की जाने की जानकारी हमें नहीं है और ना ही वह लिखित तौर पर अस्पताल से गए हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर यह डॉक्टर इतने बड़े अस्पताल को किसके सहारे छोड़ कर जाते हैं। बहरहाल सुविधाओं के नाम पर यहां महज खानापूर्ति होती है। यहां ना तो एक्सरे है और ना ही जांच करने के लिए कोई उपकरण है। ऐसे में गरीब मरीजों का इलाज कैसे संभव हो पाएगा। जिस अस्पताल में बुखार की एक दवा तक मौजूद ना हो वह अस्पताल में इलाज कैसे संभव हो पाएगा।


Conclusion:बहरहाल सरकारी उदासीनता की वजह से ही सरकारी अस्पतालों का स्तर लगातार गिरता जा रहा है। लिहाजा गरीबों को मिलने वाली सुविधाएं इस अस्पताल में नहीं मिलती है।

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