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रोहतास: मानदेय की मांग को लेकर आशा कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन - आशा कार्यकर्ता रोहतास

आशा कार्यकर्ता संघ की अध्यक्ष गीता देवी ने बताया कि 2018 में 38 दिनों के हड़ताल के बाद सरकार से वार्ता हुई थी. वार्ता के अनुरूप 1000 रुपये मासिक मानदेय की घोषणा की गई थी. 8 महीने बीत जाने के बाद आज तक भुगतान नहीं किया गया है.

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Published : Mar 25, 2021, 5:44 PM IST

रोहतास: मानदेय के भुगतान व अन्य मांगों को लेकर आशा संयुक्त संघर्ष मंच के आह्वान पर आशा कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को डेहरी स्थित पीएचसी कार्यालय पर जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की गई.

डेहरी में पीएचसी कार्यालय पर काफी संख्या में जुटी आशा कार्यकर्ताओं ने कार्यालय का घेराव किया. वह सरकार विरोधी नारे लगाते हुए सीढ़ियों पर ही बैठ गई.

ये भी पढ़ेंः RJD का कल बिहार बंद, तेजस्वी ने कहा- 'हम डरने वाले नहीं, लड़ाई चलती रहेगी'

आशा कार्यकर्ता संघ की अध्यक्ष गीता देवी ने बताया '2018 में 38 दिनों के हड़ताल के बाद सरकार से वार्ता हुई थी. वार्ता के अनुरूप 1000 रुपये मासिक मानदेय की घोषणा की गई थी. 8 महीने बीत जाने के बाद आज तक भुगतान नहीं किया गया. यहां तक की कोरोना काल में भी आशा कार्यकर्ताओं ने कड़ी धूप में घर-घर जाकर सर्वे किया था, लेकिन उसका भी भुगतान नहीं किया गया.'

आशा कार्यकर्ताओं ने अल्टीमेटम देते हुए कहा कि जब तक सरकार हमारी मांगें पूरी नहीं करती है. समान काम का समान वेतन और मानदेय का भुगतान नहीं करती है, तब तक आंदोलन जारी रखा जाएगा. किसी भी कीमत पर अपना हक लेकर रहेंगे.

रोहतास: मानदेय के भुगतान व अन्य मांगों को लेकर आशा संयुक्त संघर्ष मंच के आह्वान पर आशा कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को डेहरी स्थित पीएचसी कार्यालय पर जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की गई.

डेहरी में पीएचसी कार्यालय पर काफी संख्या में जुटी आशा कार्यकर्ताओं ने कार्यालय का घेराव किया. वह सरकार विरोधी नारे लगाते हुए सीढ़ियों पर ही बैठ गई.

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आशा कार्यकर्ता संघ की अध्यक्ष गीता देवी ने बताया '2018 में 38 दिनों के हड़ताल के बाद सरकार से वार्ता हुई थी. वार्ता के अनुरूप 1000 रुपये मासिक मानदेय की घोषणा की गई थी. 8 महीने बीत जाने के बाद आज तक भुगतान नहीं किया गया. यहां तक की कोरोना काल में भी आशा कार्यकर्ताओं ने कड़ी धूप में घर-घर जाकर सर्वे किया था, लेकिन उसका भी भुगतान नहीं किया गया.'

आशा कार्यकर्ताओं ने अल्टीमेटम देते हुए कहा कि जब तक सरकार हमारी मांगें पूरी नहीं करती है. समान काम का समान वेतन और मानदेय का भुगतान नहीं करती है, तब तक आंदोलन जारी रखा जाएगा. किसी भी कीमत पर अपना हक लेकर रहेंगे.

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