सासाराम: बिहार के सासाराम में रामनवमी के बाद हुए हिंसा को कई दिन बीत चुके हैं. ऐसे में यहां जनजीवन पटरी पर लौट चुका है. सब कुछ सामान्य हो गया है लेकिन पुलिस की कार्रवाई अब भी जारी है. इस बीच पुलिस की कार्यवाही को लेकर भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद ने पुलिस प्रशासन को कटघरे में खड़ा किया है. ऐसे में बीजेपी के सासाराम से पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद ने पुलिस प्रशासन पर सीधे तौर पर आरोप लगाया है कि हिंसा मामले निर्दोष लोगों को फंसाया जा रहा है. उन्हें जेल भेजा जा रहा है.
जिला प्रशासन को दोषी ठहराया: दअरसल भारतीय जनता पार्टी के नेता व पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद ने सासाराम में रामनवमी के जुलूस के बाद हुए उपद्रव के लिए जिला प्रशासन को दोषी ठहराया है. उन्होंने पत्रकारों से कहां की एक खास समुदाय के लोगों को जिला प्रशासन टारगेट कर रही है. बिना किसी सबूत के वैसे लोगों की गिरफ्तारी की जा रही है. जिसे दंगा से कुछ लेना-देना नहीं था. उन्होंने पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए कहा कि भाजपा के नगर अध्यक्ष सहित कई भाजपा कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी हो रही है. जबकि उसके खिलाफ प्रशासन कोई सबूत भी पेश नहीं कर पा रही है.
"एक खास समुदाय के लोगों को जिला प्रशासन टारगेट कर रही है. बिना किसी सबूत के वैसे लोगों की गिरफ्तारी की जा रही है. जिसे दंगा से कुछ लेना-देना नहीं था. शहर में शांति व्यवस्था कायम है.स्थानीय प्रशासन बेवजह कार्रवाई कर रही है. अंदर ही अंदर लोगों मे आक्रोश है." -जवाहर प्रसाद, पूर्व विधायक, भाजपा
अंदर ही अंदर लोगों मे आक्रोश: उन्होंने जिला प्रशासन पर बदले की कार्रवाई का आरोप लगाया तथा कहा कि शहर में शांति व्यवस्था कायम है, लेकिन स्थानीय प्रशासन बेवजह कार्रवाई कर रही है. उन्होंने कहा कि ऐसे में अंदर ही अंदर लोगों में आक्रोश है. कहा कि इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. जिला प्रशासन जल्द से जल्द बदले की कार्रवाई बंद करें और निर्दोष को जेल भेजने का काम नहीं होना चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि गृहमंत्री अमित शाह के कार्यक्रम को रद्द करने की नियत से प्रशासन ने यह काम किया.