पूर्णिया: जिले का एक ऐसा गांव हैं जो कोरोना वायरस जैसी बीमारी को लेकर पूरी तरह से जागरूक है. ये गांव कजरा है. कजरा गांव के लोगों ने दूसरे राज्यों में काम कर रहे लोगों को अपने गांव आने से मना कर दिया. उनका कहना है कि कोरोना से बचाव के लिए कहीं जाने से बचना चाहिए. सरकार की ओर से दी गई एडवाइजरी का लोगों लोगों को पालन करना चाहिए.
कोरोना को लेकर गांव का संदेश
ये गांव पुर्णिया से 20 किलोमीटर की दूरी पर बसा हुआ है. इस गांव के अधिकतर युवा दिल्ली, पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों में रह मजदूरी करते हैं. अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं. कोरोना जैसी जानलेवा बीमारी के फैलते ही सभी अपने-अपने गांव के लिए निकल पड़े हैं. लोगो को अपने गांव तक पहुंचने के लिए कोई वाहन नहीं मिल रहा तो लोग पैदल ही निकल पड़े हैं.
उनके आने से गांव के लोगों मे डर का माहौल है. लोगों को ऐसा लगता है कि कहीं कोरोना बीमारी गांव में ना फैल जाए. इसी वजह से ग्रामीणों ने बाहर रह रहे लोगों के गांव में आने पर लगा दी है. ग्रामीणों ने बाहर रह रहे युवाओं से कह दिया है कि किसी को गांव में आने की जरूरत नहीं है. जहां हैं वहीं सुरक्षित रहें.
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इस गांव के लोग तालाबंदी का पालन कर रहे हैं. देशवासियों को एक अच्छा सन्देश भी दे रहे हैं. जरूरत है इनके जैसे सोच रखने की. जिससे कोरोना जैसी बीमारी को हराया जा सके.
देश में 21 दिन की तालाबंदी
बता दें कि इस समय देश में करीब 1100 लोग कोरोना वायरस की चपैट में हैं. वहीं 31 लोगों की मौत हो चुकी है. देश में बढ़ रहे कोरोना के खतरे तो देखते हुए केंद्र सरकार ने 21 दिन का लॉकडाउन किया है. इसके साथ ही राज्य सरकारें भी लोगों को दूसरे राज्यों में जाने-आने से रोक रही हैं.