पूर्णिया: जनसंवाद कार्यक्रम के तहत केंद्रीय महिला एवं बाल विकास विभाग की राज्यमंत्री और पश्चिम बंगाल के रायगंज से लोकसभा सांसद देवश्री चौधरी पूर्णिया पहुंची. यहां उन्होंने कृषि विधेयक बिल के फायदे गिनाते हुए विपक्ष पर राजनीति करने और किसानों को मैनिपुलेट करने का आरोप लगाया. मंत्री ने एक निजी होटल से प्रेस को संबोधित करते हुए इस बिल की बारीकियां और विशेषताएं गिनाई.
'किसान बिल पर विपक्ष की राजनीति खतरनाक'
कृषि विधेयक बिल पर बोलते हुए देवश्री चौधरी ने कहा कि विपक्ष इस बिल को लेकर जिस प्रकार देश के अन्नदाताओं को दिगभ्रमित कर रहा है. इससे जाहिर है कि उन्हें किसानों की आजादी अच्छी नहीं लग रही है. इसलिए वह इस बिला के विरोध पर उतारू हैं.
'सच होगा एक देश एक बाजार का सपना'
बिल की विशेषताएं गिनाते हुए उन्होंने कहा कि बिल के पास होने के बाद किसान अपनी मर्जी से अपने फसल की कहीं भी बिक्री कर सकते हैं. फसल का मुनाफा बिचौलिया नहीं ले सकेंगे. भारत की संसद में पारित कृषि सुधार विधेयक किसानों के आर्थिक विकास में मील का पत्थर साबित होगा. कृषि उपज, व्यापार एवं वाणिज्य संवर्धन और सरलीकरण विधेयक के पास होने से अब किसान किसी भी बाजार समिति में जाकर अपना उत्पाद बेच सकेंगे.
'2022 तक होगी किसानों की आय दोगुनी'
देवश्री चौधरी ने कहा नए कृषि बिल से न सिर्फ कृषि के क्षेत्र में परिवर्तन आएगा बल्कि करोड़ों किसान सशक्त होंगे. किसानों की आय दोगुनी करने के लिए कृषि सुधार बिल लाकर प्रधानमंत्री मोदी ने ऐतिहासिक कदम उठाया है. केंद्र सरकार ने स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशों को आधार बनाकर कृषि सुधार कानून पारित कर साल 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने और उन्हें सशक्त बनाने का रास्ता साफ किया है.