पूर्णिया: बिहार में शराबबंदी (Liquor Ban In Bihar) लागू है. पुलिस द्वारा इसे सख्ती से लागू कराया जा रहा है. वहीं अवैध शराब का कारोबार करने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है. इसी बीच शराबमुक्त बिहार बनाने की कड़ी में सोमवार को जिले के अमौर थाना से अनूठी तस्वीर सामने आई. जहां आदिवासी बहुल सिरोटोल गांव में रहने वाले ग्रामीणों ने शराब का सेवन न करने, न बेचने और देसी शराब न बनाने की कसम (Tribal Villagers Took Oath Of Prohibition) खाई.
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बता दें कि बिहार में शराबबंदी का पालन करने को लेकर लोगों को जागरुक भी किया जा रहा है. इसी कड़ी में पूर्णिया के आदिवासी बहुल इलाके में रहने वाले ग्रामीणों ने शराबबंदी का पालन करने की कसम खाई. बता दें कि यह दृश्य इस मायने में भी खास थी, क्योंकि पुलिस खुद ग्रामीणों को यह शपथ दिलवा रही थी. अमौर थाना अध्यक्ष राजीव कुमार आजाद खुद इसका नेतृत्व कर रहे थे.
शपथ दिलाने के दौरान एसडीपीओ आदित्य कुमार ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि बिहार सरकार द्वारा लागू शराबबंदी कानून को सफल बनाने में प्रशासन का सहयोग करें. बिहार में पूर्णतः मद्यनिषेध कानून लागू है. सभी को मद्यनिषेध कानून को अमल में लाने के लिए जरूरत है. सभी कोई इसके बाद न तो शराब पीएंगे, न ही बनाएंगे, न ही बेचेंगे.
इस दौरान संथाल टोली के बच्चियों के द्वारा अतिथियों के स्वागत में गीत संगीत का भी आयोजन किया गया. प्रखंड विकास पदाधिकारी रघुनंदन आनंद ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि प्रधानमंत्री आवास, वृद्धा पेंशन, मनरेगा से सौ दिनों का रोजगार, जीविका से रोजगार देने के साथ अन्य रोजगार मुहैया कराया जाएगा.
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