पूर्णियाः दशकों से बकाए एरियर भुगतान और वेतन में हो रही लेटलतीफी से नाराज नगर निगम के सफाई कर्मियों ने नगर आयुक्त के खिलाफ जमकर हंगामा किया. इन सफाई कर्मियों ने नगर निगम आयुक्त पर घूस मांगने का गंभीर आरोप लगाया है. नाराज सफाई कर्मियों ने महापौर कार्यालय का घेराव कर घंटों प्रदर्शन किया. इस दौरान नगर आयुक्त और महापौर काफी देर तक कार्यालय के अंदर फंसे रहे. सफाई कर्मियों ने आगामी 6 सिंतबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है.
22 सालों से नहीं मिला एरियर
नगर निगम कार्यालय में उग्र हंगामे की वजह सफाई कर्मियों का 22 सालों से अटका एरियर बताया जा रहा है. वहीं, इसके साथ ही इसकी एक बड़ी वजह समय पर वेतन नहीं मिलना भी है. जिसके भुक्तभोगी एक दो नहीं बल्कि 125 सफाई कर्मी हैं. लिहाजा इन सबसे नाराज सफाई कर्मियों ने आज नगर निगम दफ्तर में जमकर हंगामा किया.
आयुक्त पर घूस मांगने का आरोप
इस बाबत नाराज कर्मियों ने कल तक किसी भी सूरत में बकाया एरियर दिए जाने की शर्त रखी है. ऐसा नहीं होने पर सफाई कर्मियों ने आगामी 6 सिंतबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल का आह्वान किया है. नाराज सफाई कर्मियों ने नगर निगम आयुक्त विजय कुमार सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि एरियर बहाल किए जाने की सूरत में 5 लाख रुपये लेने की शर्त रख रहे थे. इनके मुताबिक जिसे मानने से इन्होंने साफ इंकार कर दिया.
मेयर ने दिया मामले की जांच का आश्वासन
बता दें कि नगर निगम में इस समय 125 सरकारी सफाई कर्मी बहाल हैं. जिनका न तो 1-4-1997 से पंचम वेतन एरियर और न ही 1-4-2007 से लागू छठे वेतन का एरियर का भुगतान अब तक किया गया है. सफाईकर्मियों ने बताया कि 22 सालों से अधर में अटके एरियर और बकाया वेतन के कारण आ रही परेशानियों से आयुक्त विजय कुमार सिंह और मेयर सविता सिंह को अवगत कराया गया है. लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.
वहीं, इस बाबत नगर आयुक्त विजय कुमार सिंह ने कुछ भी बोलने से साफ इंकार कर दिया. इन आरोपों के बाद मेयर सविता सिंह ने कहा कि इनके आरोपों की जांच की जायेगी.