पूर्णिया: विद्या की देवी मां सरस्वती की अराधना का आज खास दिन है. आज के दिन मां शारदे की प्रतिमा को अपने घरों में लाकर उसकी विधिवत पूजा करते हैं. मां की उपासना को लेकर पूर्णिया के सभी छोट-बड़े शिक्षण संस्थानों में पूजा-अर्चना की जा रही है. इन सभी जगहों पर शुभ मुहूर्त देखकर पूजा हो रही है.
युवाओं में काफी उत्साह
बसंत पंचमी और सरस्वती पूजा के अवसर पर बच्चों में काफी उमंग देखने को मिलता है. इस दिन का युवाओं को भी खास इंतजार रहता है. सुबह से ही सभी पंडालों में मां की अराधना की तैयारियों में जुट जाते हैं.
क्या है मान्यता
ऐसी धार्मिक मान्यता है कि बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती का धरती पर आगमन हुआ था. भगवान कृष्ण ने सरस्वती मां से प्रसन्न होकर उनके जन्मदिवस को एक उत्सव की तरह मनाने का उन्हें वरदान दिया. ऐसा भी माना जाता है कि इस दिन कामदेव और उनकी पत्नी रति धरती पर आकर प्रेम रस का संचार करते हैं. इसलिए इस दिन मां सरस्वती के साथ कामदेव और रति की पूजा भी की जाती है.