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पूर्णिया में अस्पताल अधीक्षक कार्यालय हंगामा, स्पष्टीकरण पूछे जाने से नाराज थी महिला डॉक्टर

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Published : Mar 24, 2022, 6:24 PM IST

तमिलनाडु से जुड़े एक रेप पीड़ित लड़की का मेडिकल जांच के लिए पूर्णिया के अस्पताल अधीक्षक (Purnea Hospital Superintendent) को पूर्णिया एसपी ने फोन किया था. फोन के बाद 3 महिला डॉक्टरों की मेडिकल बोर्ड अधीक्षक ने बनाया था. बोर्ड में 2 डॉक्टरों ने जांच में हिस्सा नहीं लिया. इस पर मिले स्पष्टीकरण को लेकर हंगामा हुआ. पढ़ें पूरी खबर.

अधीक्षक कार्यालय हंगामा
अधीक्षक कार्यालय हंगामा

पूर्णियाः बिहार के पूर्णिया जिले के अस्पताल अधीक्षक कार्यालय में एक महिला डॉक्टर ने बुधवार को स्पष्टीकरण पूछे जाने पर जमकर हंगामा (Ruckus In Purnea Hospital Superintendent Office) किया. हंगामा इस कदर बढ़ा कि अधीक्षक कार्यालय में पुलिल बल को बुलाना पड़ा. मामले की जानकारी मिलते ही सदर एसडीओ राकेश रमन मौके पर पहुंचे और मामले को शांत करवाया. आदेश के बाद भी जांच में शामिल नहीं होने पर महिला डॉक्टरों से स्पष्टीकरण मांगा गया था. इसको लेकर अधीक्षक कार्यालय में हंगामा हुआ था.

ये भी पढ़ें- पूर्णिया में मल्टी स्पेशिलिटी अस्पताल ने परिजनों से ऐंठे 3.80 लाख, मरीज की मौत के बाद बवाल

तमिलनाडु से जुड़े रेप पीड़िता का होनी थी मेडिकल जांचः अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार तमिलनाडु में एक लड़की के साथ कुछ दबंग लोगों ने रेप किया था. हाई प्रोफाइल मामले में तमिलनाडु से एक पुलिस अधिकारी ने पूर्णिया एसपी दया शंकर (Purnia SP Daya Shankar) से फोन कर पुलिस सुरक्षा में मेडिकल जांच कराने की मांग की थी. पूर्णिया एसपी दया शंकर ने मामले में स्वयं फोन कर अस्पताल अधीक्षक विजय कुमार (Hospital Superintendent Vijay kumar) को फोन कर अविलंब मेडिकल जांच कराने को कहा था. हाई प्रोफाइल मामले में अस्पताल अधीक्षक ने तीन सदस्यीय महिला डाक्टंरो की टीम को जांच के लिए आदेश दिया. दो महिला डॉक्टरों ने जांच में हिस्सा नहीं लिया.

कैसे बढ़ा विवादः अस्पताल अधीक्षक की ओर से जारी आदेश को बाद दो महिला डॉक्टर- डॉ. अपर्णा डे और शिव प्रिया ने जांच में हिस्सा नहीं लिया. इस पर अधीक्षक ने दोनों महिला डॉक्टरों ने स्पष्टीकरण का पत्र जारी कर दिया. इसी पर महिला डॉक्टरों ने अस्पताल अधीक्षक कार्यालय में जमकर हंगामा किया. अस्पताल अधीक्षक कार्यालय में स्पष्टीकरण के मामले पर हंगामा हो रहा था. इसी बीच महिला डॉ अपर्णा डे अधीक्षक कार्यालय में मोबाइल से विवाद को रिकार्ड करने लगी. आरोप है कि अधीक्षक ने मोबाइल से वीडियो रिकार्ड करने से मना किया और मोबाइल भी छीन लिया. इस पर महिला डॉ अपर्णा डे ने जमकर हंगामा किया.

क्या कहते हैं अस्पताल अधीक्षकः अस्पताल अधीक्षक ने बताया कि डॉ. अपर्णा डे और शिव प्रिया ने अपने कर्तव्य का पालन करने से इंकार कर दिया था. मैंने कानूनी रूप से स्पष्टीकरण मांगा था. वे लोग जबरन उनके चेंबर में घुस कर अपशब्द का प्रयोग करने लगे और उल्टे वीडियो बनाने लगे. जब वीडियो बनाने से मना किया तो उन पर तरह तरह के झूठे आरोप लगाने लगे. इस मामले को गंभीरता से लिया गया है और दोनों डाक्टरों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

क्या बोले सदर एसडीओः सदर एसडीओ राकेश रमन ने बताया कि अस्पताल अधीक्षक ने कर्तव्य पालन नहीं करने पर दो महिला डाक्टरों से स्पष्टीकरण पूछा था. महिला डाक्टरों ने अधीक्षक के चेंबर में जबरन घुस कर वीडियो बनाने पर विवाद हुआ था. अधीक्षक और डाक्टरों को कानूनी प्रकिया से अपनी बात रखने को कहा गया है. वहीं डॉ अपर्णा डे और सुप्रिया सिंह ने पुलिस अधीक्षक को आवेदन देकर अस्पताल अधीक्षक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है.

ये भी पढ़ें- पूर्णिया: इलाज के दौरान युवती की मौत, परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही बरतने का लगाया आरोप

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पूर्णियाः बिहार के पूर्णिया जिले के अस्पताल अधीक्षक कार्यालय में एक महिला डॉक्टर ने बुधवार को स्पष्टीकरण पूछे जाने पर जमकर हंगामा (Ruckus In Purnea Hospital Superintendent Office) किया. हंगामा इस कदर बढ़ा कि अधीक्षक कार्यालय में पुलिल बल को बुलाना पड़ा. मामले की जानकारी मिलते ही सदर एसडीओ राकेश रमन मौके पर पहुंचे और मामले को शांत करवाया. आदेश के बाद भी जांच में शामिल नहीं होने पर महिला डॉक्टरों से स्पष्टीकरण मांगा गया था. इसको लेकर अधीक्षक कार्यालय में हंगामा हुआ था.

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तमिलनाडु से जुड़े रेप पीड़िता का होनी थी मेडिकल जांचः अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार तमिलनाडु में एक लड़की के साथ कुछ दबंग लोगों ने रेप किया था. हाई प्रोफाइल मामले में तमिलनाडु से एक पुलिस अधिकारी ने पूर्णिया एसपी दया शंकर (Purnia SP Daya Shankar) से फोन कर पुलिस सुरक्षा में मेडिकल जांच कराने की मांग की थी. पूर्णिया एसपी दया शंकर ने मामले में स्वयं फोन कर अस्पताल अधीक्षक विजय कुमार (Hospital Superintendent Vijay kumar) को फोन कर अविलंब मेडिकल जांच कराने को कहा था. हाई प्रोफाइल मामले में अस्पताल अधीक्षक ने तीन सदस्यीय महिला डाक्टंरो की टीम को जांच के लिए आदेश दिया. दो महिला डॉक्टरों ने जांच में हिस्सा नहीं लिया.

कैसे बढ़ा विवादः अस्पताल अधीक्षक की ओर से जारी आदेश को बाद दो महिला डॉक्टर- डॉ. अपर्णा डे और शिव प्रिया ने जांच में हिस्सा नहीं लिया. इस पर अधीक्षक ने दोनों महिला डॉक्टरों ने स्पष्टीकरण का पत्र जारी कर दिया. इसी पर महिला डॉक्टरों ने अस्पताल अधीक्षक कार्यालय में जमकर हंगामा किया. अस्पताल अधीक्षक कार्यालय में स्पष्टीकरण के मामले पर हंगामा हो रहा था. इसी बीच महिला डॉ अपर्णा डे अधीक्षक कार्यालय में मोबाइल से विवाद को रिकार्ड करने लगी. आरोप है कि अधीक्षक ने मोबाइल से वीडियो रिकार्ड करने से मना किया और मोबाइल भी छीन लिया. इस पर महिला डॉ अपर्णा डे ने जमकर हंगामा किया.

क्या कहते हैं अस्पताल अधीक्षकः अस्पताल अधीक्षक ने बताया कि डॉ. अपर्णा डे और शिव प्रिया ने अपने कर्तव्य का पालन करने से इंकार कर दिया था. मैंने कानूनी रूप से स्पष्टीकरण मांगा था. वे लोग जबरन उनके चेंबर में घुस कर अपशब्द का प्रयोग करने लगे और उल्टे वीडियो बनाने लगे. जब वीडियो बनाने से मना किया तो उन पर तरह तरह के झूठे आरोप लगाने लगे. इस मामले को गंभीरता से लिया गया है और दोनों डाक्टरों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

क्या बोले सदर एसडीओः सदर एसडीओ राकेश रमन ने बताया कि अस्पताल अधीक्षक ने कर्तव्य पालन नहीं करने पर दो महिला डाक्टरों से स्पष्टीकरण पूछा था. महिला डाक्टरों ने अधीक्षक के चेंबर में जबरन घुस कर वीडियो बनाने पर विवाद हुआ था. अधीक्षक और डाक्टरों को कानूनी प्रकिया से अपनी बात रखने को कहा गया है. वहीं डॉ अपर्णा डे और सुप्रिया सिंह ने पुलिस अधीक्षक को आवेदन देकर अस्पताल अधीक्षक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है.

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