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अब एक ही छत के नीचे होंगे कृषि से जुड़े सभी काम, संयुक्त कृषि भवन से इन 10 जिलों को मिलेगा लाभ

पूर्णिया कृषि कार्यालय संयुक्त कृषि भवन में शिफ्ट हो गया. अब यहां पर 10 जिलों के किसानों की समस्याओं का समाधान होगा. साथ ही ये कृषि कार्यालय आधुनिक सुविधा से लैस है.

Agricultural Building
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Published : May 20, 2020, 12:33 PM IST

Updated : May 20, 2020, 12:58 PM IST

पूर्णिया: जिले में लंबे समय से अधर में लटका कृषि कार्यालय आखिरकार मंगलवार को लॉकडाउन के बीच संयुक्त कृषि भवन में शिफ्ट हो गया. इसी के साथ कृषि से जुड़े सारे काम अब एक ही छत के नीचे होंगे. वहीं, चार करोड़ की लागत से तैयार संयुक्त कृषि भवन में कई अत्याधुनिक सुविधाएं समेत खाद्य, बीज प्रयोगशाला, पौधा संरक्षण कार्यालय समेत कृषि के एक्सपर्ट बैठेंगे. यहां पूर्णिया समेत कोसी-सीमांचल के 10 जिलों के किसानों की समस्याओं का समाधान होगा.

एक छत के नीचे होंगे कृषि विभाग के सभी दफ्तर
ईटीवी भारत संवादादता ने जिला कृषि विभाग के सहायक निदेशक दीपक कुमार से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने बताया कि संयुक्त कृषि भवन अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ-साथ किसानों के लिए सहूलियत और सुविधाओं से भरे अवसर लेकर आया है. इस विशाल भवन में कृषि कार्यालय के शिफ्टिंग के साथ ही कृषि विभाग से जुड़े सभी कार्य एक छत के नीचे होंगे. वहीं, कृषि समाधानों के लिए कोसी और सीमांचल के किसानों को अब एक दफ्तर से दूसरे दफ्तर का चक्कर नहीं लगाना होगा. कृषि से जुड़े सभी कार्यालय इसी भवन में होंगे.

संयुक्त कृषि भवन
संयुक्त कृषि भवन

किसानों को मिलेगा एक्सपर्ट सॉल्यूशन
विकास भवन में मौजूद जिला और अनुमंडल स्तरीय कृषि कार्यालय, आत्मा और उधान विभाग कार्यालय का संचालन अब संयुक्त कृषि विभाग से किया जाएगा. इसके साथ ही संयुक्त निर्देशक शष्य, पौधा संरक्षण कार्यालय, संयुक्त निदेशक जूट कार्यालय भी यही होंगे. यहां किसानों के इंस्टेंट समाधान के लिए मिट्टी जांच प्रयोगशाला, खाद-बीज प्रयोगशाला के अलावा एक्सपर्ट, कृषि वैज्ञानिकों की एक टीम भी मौजूद होगी, जो जरूरत पड़ने पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के साथ ही प्रत्यक्ष माध्यमों से कृषि से जुड़ी समस्या का समाधान करेंगे.

देखें रिपोर्ट.

कई अत्याधुनिक सुविधाओं से होगा लैस
इस भवन की खास बात यह है कि कई अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा. यहां किसानों के लिए वेटिंग रूम, कैंटीन, मीटिंग हॉल, किसान प्रशिक्षण केंद्र, हेल्प डेस्क का निर्माण कराया गया है. इसके साथ ही कृषि विभाग की ओर से चलाई जा रही योजनाओं के लिए किसान विंडो व्यवस्था की गई है. वहीं, स्थानीयों की मानें तो इससे पहले कृषि से जुड़े कार्यालयों के निपटारे के लिए एक दफ्तर से दूसरे दफ्तर की दूरी तय करनी होती थी, लेकिन अब यह काम आसानी से हो जाएगा.

पूर्णिया: जिले में लंबे समय से अधर में लटका कृषि कार्यालय आखिरकार मंगलवार को लॉकडाउन के बीच संयुक्त कृषि भवन में शिफ्ट हो गया. इसी के साथ कृषि से जुड़े सारे काम अब एक ही छत के नीचे होंगे. वहीं, चार करोड़ की लागत से तैयार संयुक्त कृषि भवन में कई अत्याधुनिक सुविधाएं समेत खाद्य, बीज प्रयोगशाला, पौधा संरक्षण कार्यालय समेत कृषि के एक्सपर्ट बैठेंगे. यहां पूर्णिया समेत कोसी-सीमांचल के 10 जिलों के किसानों की समस्याओं का समाधान होगा.

एक छत के नीचे होंगे कृषि विभाग के सभी दफ्तर
ईटीवी भारत संवादादता ने जिला कृषि विभाग के सहायक निदेशक दीपक कुमार से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने बताया कि संयुक्त कृषि भवन अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ-साथ किसानों के लिए सहूलियत और सुविधाओं से भरे अवसर लेकर आया है. इस विशाल भवन में कृषि कार्यालय के शिफ्टिंग के साथ ही कृषि विभाग से जुड़े सभी कार्य एक छत के नीचे होंगे. वहीं, कृषि समाधानों के लिए कोसी और सीमांचल के किसानों को अब एक दफ्तर से दूसरे दफ्तर का चक्कर नहीं लगाना होगा. कृषि से जुड़े सभी कार्यालय इसी भवन में होंगे.

संयुक्त कृषि भवन
संयुक्त कृषि भवन

किसानों को मिलेगा एक्सपर्ट सॉल्यूशन
विकास भवन में मौजूद जिला और अनुमंडल स्तरीय कृषि कार्यालय, आत्मा और उधान विभाग कार्यालय का संचालन अब संयुक्त कृषि विभाग से किया जाएगा. इसके साथ ही संयुक्त निर्देशक शष्य, पौधा संरक्षण कार्यालय, संयुक्त निदेशक जूट कार्यालय भी यही होंगे. यहां किसानों के इंस्टेंट समाधान के लिए मिट्टी जांच प्रयोगशाला, खाद-बीज प्रयोगशाला के अलावा एक्सपर्ट, कृषि वैज्ञानिकों की एक टीम भी मौजूद होगी, जो जरूरत पड़ने पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के साथ ही प्रत्यक्ष माध्यमों से कृषि से जुड़ी समस्या का समाधान करेंगे.

देखें रिपोर्ट.

कई अत्याधुनिक सुविधाओं से होगा लैस
इस भवन की खास बात यह है कि कई अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा. यहां किसानों के लिए वेटिंग रूम, कैंटीन, मीटिंग हॉल, किसान प्रशिक्षण केंद्र, हेल्प डेस्क का निर्माण कराया गया है. इसके साथ ही कृषि विभाग की ओर से चलाई जा रही योजनाओं के लिए किसान विंडो व्यवस्था की गई है. वहीं, स्थानीयों की मानें तो इससे पहले कृषि से जुड़े कार्यालयों के निपटारे के लिए एक दफ्तर से दूसरे दफ्तर की दूरी तय करनी होती थी, लेकिन अब यह काम आसानी से हो जाएगा.

Last Updated : May 20, 2020, 12:58 PM IST
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