पूर्णिया: बिहार के पूर्णिया की प्रीति अब न्यायालय में बैठकर फैसले सुनाएगी. जिले के पूर्णिया पूर्व निवासी विद्युत प्रकाश झा और कुमकुम झा की बेटी प्रीति कुमारी ने 31वीं न्यायिक सेवा परीक्षा में सफलता (Bihar Judicial Service Exam) हासिल कर जिले का नाम रौशन किया है. प्रीति के दादा भी न्यायाधीश रह चुके हैं. अपनी सफलता का श्रेय प्रीति अपनी मां कुमकुम झा को देती हैं.
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पिता की मृत्यु के बाद किया संघर्ष: ईटीवी भारत से खास बातचीत में वो कहती हैं कि यदि आपके मन में कुछ करने की जिद हो तो मुश्किलें भी आपकी सफलता को रोक नहीं सकती है. वह कहती हैं कि मां की जिद, लगन और आशीर्वाद के कारण ही उसे यह मुकाम हासिल हुआ है. उन्होंने बताया कि उनके नाना और पिता दोनों पथ निर्माण विभाग में थे. पिता की मृत्यु के बाद उनकी मां कुमकुम झा एनएचआई पथ गुणवत्ता नियंत्रण पूर्णिया प्रमंडल में प्रधान लिपिक के पद पर कार्यरत है. प्रीति के भाई भी अभी लॉ की पढ़ाई कर रहे हैं. वहीं प्रीति के दादा भी न्यायाधीश रह चुके हैं.
पूर्णिया सिविल कोर्ट में बतौर वकील की प्रैक्टिस: प्रीति ने बताया कि उन्होंने बार काउंसिल ऑफ इंडिया की परीक्षा पास कर साल 2018 में पूर्णिया सिविल कोर्ट में बतौर वकील अपनी प्रैक्टिस शुरू की थी. उनके पास सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में भी प्रैक्टिस करने का ऑप्शन था, लेकिन उन्होंने सिविल कोर्ट में अपनी प्रैक्टिस शुरू की ताकि कोर्ट के कार्यों को जमीनी स्तर से समझ सके. प्रीति ने बताया कि उन्होंने प्रैक्टिस के साथ-साथ अपनी पढ़ाई भी जारी रखी थी.
"मैंने 2018 में पूर्णिया सिविल कोर्ट में बतौर वकील अपनी प्रैक्टिस शुरू की थी. सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में भी प्रैक्टिस करने का ऑप्शन था, लेकिन मैंने सिविल कोर्ट में अपनी प्रैक्टिस शुरू की ताकि कोर्ट के कार्यों को जमीनी स्तर से समझा जा सके."-प्रीति कुमारी
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