पूर्णियाः बिहार के पूर्णिया जिले की मोहनपुर ओपी पुलिस एक मुर्गी वाहन का पीछा करते हुए अपने जिले से दूसरे जिले में घुस गई. जिले में अवैध वसूली ( Illegal Recovery Game On Highway ) की होड़ इतनी कि पुलिस ने मधेपुरा जिले के चौसा गांव में घुसकर मुर्गी वाहन के ड्राइवर की जमकर पिटाई कर दी. वहीं पुलिस के इस रवैये के खिलाफ स्थानीय लोगों में आक्रोश भी देखा गया. नाराज ग्रामीणों ने कई घंटों तक पुलिस की गाड़ी को घेरे रखा.
इसे भी पढ़ेंः सारणः ढह गया सुशासन का पुल, यूपी-बिहार को जोड़ने वाला जयप्रभा सेतु ध्वस्त!
सिपाही ने दिखाई राइफल की धौंस
पुलिस की कार्रवाई का जब स्थानीय लोग विरोध कर रहे थे, तभी एक सिपाही राइफल निकालकर ग्रामीणों को धमकाने लगा. इसके बाद स्थानीय लोगों और पुलिसकर्मियों के बीच हाथापाई की नौबत आ गई. हालांकि गांव के ही कुछ लोगों ने पुलिस की गाड़ी को वहां से निकाला.
इसे भी पढ़ेंः VIDEO: नाली सफाई को लेकर विवाद में जमकर मारपीट, आधा दर्जन घायल
पुलिस पर घुस मांगने का आरोप
मुर्गी फार्म संचालक ने बताया कि वह फार्म की मुर्गियों को लेकर सिलीगुड़ी के लिए निकला था. तभी गश्ती करती मोहनपुर थाने की पुलिस ने उससे 2 हजार रुपये रिश्वत की मांग की. जब उसने इसका विरोध किया तो अरजपुर पूर्वी पंचायत के सोनबरसा में गाड़ी रुकवा कर पुलिस ने ड्राइवर की बुरी तरह से पिटाई कर दी.
फिलहाल घायल का इलाज मधेपुरा के चौसा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है. फार्म संचालक ने ड्राइवर की सोने की चेन, गाड़ी में रखे रुपये से भरे बैग सहित ड्राइवर की पिटाई का आरोप लगाया है. वहीं मोहनपुर पुलिस ने मुर्गी फार्म संचालक और फार्म ड्राइवर के आरोपों को पूरी तरह बेबुनियाद बताया है.