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पूर्णिया: सीएम की यात्रा से पहले पकड़ा गया फर्जी IAS, जांच के लिए मांगा था गोपनीय दस्तावेज - फर्जी आईएएस

फर्जी आईएएस बनकर अब तक लोगों को चकमा दे रहा प्रीतम कटिहार के हासिनगंज गांव का रहने वाला है. वहीं इस फर्जी आईएएस की पोल तब खुली जब प्रीतम धमदाहा अनुमंडल पहुंचकर 2018 दिल्ली कैडर का आईएएस अधिकारी बताते हुए गोपनीय दस्तावेजों की जांच करने की बात कहने लगा.

फर्जी आईएएस गिरफ्तार
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Published : Nov 13, 2019, 9:23 PM IST

पूर्णिया: जिले के धमदाहा अनुमंडल से एक फर्जी आईएएस के पकड़े जाने का मामला सामने आया है. खुद को 2018 दिल्ली बैच का कैडर बताने वाले इस फर्जी आईएएस का असली नाम प्रीतम कुमार बताया जा रहा है. बता दें कि आगामी 15 नवंबर को सीएम नीतीश कुमार पूर्णिया दौरे पर पहुंच रहे हैं. ऐसे में यहां फर्जी आईएएस के पकड़े जाने का मामला सामने आना सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है.

फर्जी IAS की खुली पोल
फर्जी आईएएस बनकर अब तक लोगों को चकमा दे रहा प्रीतम कटिहार के हासिनगंज गांव का रहने वाला है. जिसके पिता का नाम रामपरमेश्वर चौहान बताया जा रहा है. इस फर्जी आईएएस की पोल तब खुली जब प्रीतम धमदाहा अनुमंडल पहुंचकर 2018 दिल्ली कैडर का आईएएस अधिकारी बताते हुए गोपनीय दस्तावेजों की जांच करने की बात कहने लगा. पहले तो अनुमंडल कार्यालय के सभी कर्मी आईएएस अधिकारी के पहुंचने की बात सुनकर सहम गए. लेकिन इसी दौरान प्रीतम की हरकतों और बातों पर एक अनुमंडल कर्मी को शक हो गया.

फर्जी आईएएस गिरफ्तार

फर्जी IAS से कड़ी पूछताछ
अनुमंडल कर्मी ने इसकी सूचना धमदाहा एसडीओ राजेश्वरी पांडेय को दी. जहां फर्जी आईएएस प्रीतम को धमदाहा अनुमंडल कार्यालय से हिरासत में लेकर सलाखों के पीछे भेज दिया गया गया. जेल के भीतर फर्जी आईएएस से कड़ी पूछताछ जारी है. जिसमे सीएम नीतीश के आगमन से जुड़ी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की जांच की जा रही है. बता दें कि आगामी 15 नवंबर को सीएम नीतीश कुमार पूर्णिया दौरे पर पहुंच रहे हैं. ऐसे में फर्जी आईएएस का पकड़ा जाना सुरक्षा के लिहाज से काफी अहम है.

पूर्णिया: जिले के धमदाहा अनुमंडल से एक फर्जी आईएएस के पकड़े जाने का मामला सामने आया है. खुद को 2018 दिल्ली बैच का कैडर बताने वाले इस फर्जी आईएएस का असली नाम प्रीतम कुमार बताया जा रहा है. बता दें कि आगामी 15 नवंबर को सीएम नीतीश कुमार पूर्णिया दौरे पर पहुंच रहे हैं. ऐसे में यहां फर्जी आईएएस के पकड़े जाने का मामला सामने आना सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है.

फर्जी IAS की खुली पोल
फर्जी आईएएस बनकर अब तक लोगों को चकमा दे रहा प्रीतम कटिहार के हासिनगंज गांव का रहने वाला है. जिसके पिता का नाम रामपरमेश्वर चौहान बताया जा रहा है. इस फर्जी आईएएस की पोल तब खुली जब प्रीतम धमदाहा अनुमंडल पहुंचकर 2018 दिल्ली कैडर का आईएएस अधिकारी बताते हुए गोपनीय दस्तावेजों की जांच करने की बात कहने लगा. पहले तो अनुमंडल कार्यालय के सभी कर्मी आईएएस अधिकारी के पहुंचने की बात सुनकर सहम गए. लेकिन इसी दौरान प्रीतम की हरकतों और बातों पर एक अनुमंडल कर्मी को शक हो गया.

फर्जी आईएएस गिरफ्तार

फर्जी IAS से कड़ी पूछताछ
अनुमंडल कर्मी ने इसकी सूचना धमदाहा एसडीओ राजेश्वरी पांडेय को दी. जहां फर्जी आईएएस प्रीतम को धमदाहा अनुमंडल कार्यालय से हिरासत में लेकर सलाखों के पीछे भेज दिया गया गया. जेल के भीतर फर्जी आईएएस से कड़ी पूछताछ जारी है. जिसमे सीएम नीतीश के आगमन से जुड़ी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की जांच की जा रही है. बता दें कि आगामी 15 नवंबर को सीएम नीतीश कुमार पूर्णिया दौरे पर पहुंच रहे हैं. ऐसे में फर्जी आईएएस का पकड़ा जाना सुरक्षा के लिहाज से काफी अहम है.

Intro:जिले के धमदाहा अनुमंडल से एक फर्जी आईएएस के पकड़े जाने का मामला सामने आया है। खुद को 2018 बैच का फर्जी आईएएस अधिकारी बताने वाले इस फर्जी आईएएस का असली नाम प्रीतम कुमार बताया जा रहा है। जो खुद को कटिहार का रहने वाला बता रहा है। वहीं गोपनीय दस्तावेजों की जांच करने की मांग कर रहे इस फर्जी आईएएस का भेद तब खुला जब एक अनुमंडल कर्मी को युवक पर शक हुआ। वहीं सीएम दौरे से ठीक पहले एक फर्जी आईएएस का पकड़ा जाना। किसी बड़ी घटना को अंजाम तक पहुंचाने के अंदेशे से इंकार नहीं किया जा सकता है। फिलहाल सलाखों के पीछे भेजे गए फर्जी आईएएस से पुलिस की इन बिंदुओं को लेकर पूछताछ जारी है।


Body:वहीं फर्जी आईएएस बनकर अब तक लोगों को चकमा दे रहा प्रीतम कटिहार के हासिनगंज गांव का रहने वाला है। जिसके पिता का नाम रामपरमेश्वर चौहान बताया जा रहा है। वहीं इस फर्जी आईएएस का पोल तब खुला जब प्रीतम धमदाहा अनुमंडल पहुंचकर 2018 दिल्ली कैडर का आईएएस अधिकारी बताते हुए गोपनीय दस्तावेजों की जांच करने की बात कहने लगा।


पहले तो अनुमंडल कार्यालय के सभी कर्मी आईएएस अधिकारी की जांच के लिए पहुंचने की बात सुनकर सहम गए । मगर इसी दौरान प्रीतम की हरकतों और बातों पर एक अनुमंडल कर्मी को
शक हुआ। और तत्काल धमदाहा एसडीओ राजेश्वरी पांडेय पहुंचे। जहां शक के बाद फर्जी आईएएस प्रीतम को धमदाहा अनुमंडल कार्यालय से हिरासत में लेकर सलाखों के पीछे भेज दिया गया गया है। वहीं विश्वनीय सूत्रों की मानें तो जेल के भीतर फर्जी आईएएस प्रीतम से कड़ी पूछताछ जारी है। जिसे सीएम नीतीश के आगमन से जुड़ी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने से जुड़ी बिंदुओं की जांच की जा रही है।


गौरतलब हो आगामी 15 को सीएम नीतीश कुमार पूर्णिया दौरे पर पहुंच रहे हैं। वहीं ऐसे में फर्जी आईएएस के पकड़े जाने का मामला अचानक सामने आना। किसी बड़ी घटना के आदेशों से इनकार नहीं किया जा सकता है। फिलहाल यह तो पुलिसिया तफ्तीश का माझरा है। वहीं फर्जी आईएएस बनकर अब तक लोगों के आंख में धूल झोंक करे प्रीतम से कड़ी पूछताछ की जा रही है।


गौरतलब हो कि 6 माह पूर्व ही जिले के बनमनखी अनुमंडल से फर्जी आईपीएस के पकड़े जाने का एक मामला सामने आया था।
तब बी .एस तिवारी नाम के इस फर्जी आईपीएस ने खुद को बक्सर का आईपीएस अधिकारी बताया था। तब इस फर्जी आईपीएस ने एक आतंकवादी के जिले में छिपे होने की बात कहकर जांच के सिलसिले में पहुंचने की बात पुलिस को बताई थी। जिसके ठीक बाद पुलिस के एक जवान को शक हुआ था। इस तरह फर्जी आईपीएस को पुलिस ने धर दबोचा था।








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