पूर्णिया: जिले के धमदाहा अनुमंडल से एक फर्जी आईएएस के पकड़े जाने का मामला सामने आया है. खुद को 2018 दिल्ली बैच का कैडर बताने वाले इस फर्जी आईएएस का असली नाम प्रीतम कुमार बताया जा रहा है. बता दें कि आगामी 15 नवंबर को सीएम नीतीश कुमार पूर्णिया दौरे पर पहुंच रहे हैं. ऐसे में यहां फर्जी आईएएस के पकड़े जाने का मामला सामने आना सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है.
फर्जी IAS की खुली पोल
फर्जी आईएएस बनकर अब तक लोगों को चकमा दे रहा प्रीतम कटिहार के हासिनगंज गांव का रहने वाला है. जिसके पिता का नाम रामपरमेश्वर चौहान बताया जा रहा है. इस फर्जी आईएएस की पोल तब खुली जब प्रीतम धमदाहा अनुमंडल पहुंचकर 2018 दिल्ली कैडर का आईएएस अधिकारी बताते हुए गोपनीय दस्तावेजों की जांच करने की बात कहने लगा. पहले तो अनुमंडल कार्यालय के सभी कर्मी आईएएस अधिकारी के पहुंचने की बात सुनकर सहम गए. लेकिन इसी दौरान प्रीतम की हरकतों और बातों पर एक अनुमंडल कर्मी को शक हो गया.
फर्जी IAS से कड़ी पूछताछ
अनुमंडल कर्मी ने इसकी सूचना धमदाहा एसडीओ राजेश्वरी पांडेय को दी. जहां फर्जी आईएएस प्रीतम को धमदाहा अनुमंडल कार्यालय से हिरासत में लेकर सलाखों के पीछे भेज दिया गया गया. जेल के भीतर फर्जी आईएएस से कड़ी पूछताछ जारी है. जिसमे सीएम नीतीश के आगमन से जुड़ी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की जांच की जा रही है. बता दें कि आगामी 15 नवंबर को सीएम नीतीश कुमार पूर्णिया दौरे पर पहुंच रहे हैं. ऐसे में फर्जी आईएएस का पकड़ा जाना सुरक्षा के लिहाज से काफी अहम है.