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पूर्णिया: बढ़ती गर्मी में डी-हाईड्रेशन और डायरिया से निजात के लिए स्वास्थ्य विभाग सतर्क

गर्मी के कारण बच्चों को दस्त और डी-हाईड्रेशन की बीमारी हो रही है. पूर्णिया स्वास्थ्य विभाग बदलते मौसम में बढ़ रही गर्मी को देखते हुए पूरी सतर्कता बरते हुए है.

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Published : May 20, 2019, 8:14 PM IST

गर्मी के कारण बच्चों को दस्त

पूर्णियाः भीषण गर्मी से डायरिया और हिट स्टॉक जैसी बीमारियां बढ़ती जा रही है. इसे देखते हुए पूर्णिया सदर अस्पताल पूरी तरह से सतर्क है. वहीं, पूर्णिया सदर अस्पताल में सीमांचल के साथ-साथ बंगाल, नेपाल से भी इलाज के लिए मरीज आ रहे हैं.

गर्मी के कारण बच्चों को दस्त और डी-हाईड्रेशन की बीमारी हो रही है. पूर्णिया स्वास्थ्य विभाग बदलते मौसम में बढ़ रही गर्मी को देखते हुए पूरी सतर्कता बरते हुए है. विभागीय सचिव की चिट्ठी भी आ चुकी है कि अस्पताल में दवा की किसी भी प्रकार की कमी नहीं होनी चाहिए. पूर्णिया सिविल सर्जन द्वारा जिले से लेकर प्रखंड तक गठित सर्विलांस टीम को सतर्क कर दिया गया है.

गर्मी के कारण बच्चों को दस्त

सर्जन ने बताया कि बड़ों के साथ-साथ बच्चे भी इस बीमारी से पीड़ित हो रहे हैं. डायरिया के कारण बच्चों में अत्याधिक डि-हाईड्रेशन होने की सम्भावना बढ़ जाती है. ऐसे में अगर सही से इलाज नहीं किया गया तो लोग परेशानी में पड़ सकते हैं. पूर्णिया का अभी तापमान 38 डिग्री सेल्सियस रेकॉर्ड किया गया है. इस तरह की बीमारी होने पर ओआरएस का घोल और जिंक घोल लेना चाहिए.

पूर्णियाः भीषण गर्मी से डायरिया और हिट स्टॉक जैसी बीमारियां बढ़ती जा रही है. इसे देखते हुए पूर्णिया सदर अस्पताल पूरी तरह से सतर्क है. वहीं, पूर्णिया सदर अस्पताल में सीमांचल के साथ-साथ बंगाल, नेपाल से भी इलाज के लिए मरीज आ रहे हैं.

गर्मी के कारण बच्चों को दस्त और डी-हाईड्रेशन की बीमारी हो रही है. पूर्णिया स्वास्थ्य विभाग बदलते मौसम में बढ़ रही गर्मी को देखते हुए पूरी सतर्कता बरते हुए है. विभागीय सचिव की चिट्ठी भी आ चुकी है कि अस्पताल में दवा की किसी भी प्रकार की कमी नहीं होनी चाहिए. पूर्णिया सिविल सर्जन द्वारा जिले से लेकर प्रखंड तक गठित सर्विलांस टीम को सतर्क कर दिया गया है.

गर्मी के कारण बच्चों को दस्त

सर्जन ने बताया कि बड़ों के साथ-साथ बच्चे भी इस बीमारी से पीड़ित हो रहे हैं. डायरिया के कारण बच्चों में अत्याधिक डि-हाईड्रेशन होने की सम्भावना बढ़ जाती है. ऐसे में अगर सही से इलाज नहीं किया गया तो लोग परेशानी में पड़ सकते हैं. पूर्णिया का अभी तापमान 38 डिग्री सेल्सियस रेकॉर्ड किया गया है. इस तरह की बीमारी होने पर ओआरएस का घोल और जिंक घोल लेना चाहिए.

Intro:बढ़ते गर्मी के मौसम से डायरिया और हिट स्टॉक जैसी विमारिया बढ़ जाती है ।इसे देखते हुए पूर्णिया सदर अस्पताल पूरी तरह सतर्क है । पूर्णिया सदर अस्पताल में सीमांचल के साथ साथ बंगाल, नेपाल से भी ईलाज के लिए आते है मरीज ।


Body:लगातार बढ़ रही गर्मी का असर दिखने लगा है । अस्पताल में डायरिया और हिट स्टोक के मरीज आने लगे है । गर्मी की बजह से बच्चों को दस्त होने से निर्जिकर्ण बढ़ता है । पूर्णिया स्वास्थ्य विभाग बदलते मौसम में बढ़ रही गर्मी को देखते हुए पूरी सतर्कता बरते हुए है । इस बात को ले विभागीय सचिव की चिठी भी आ चुकी है कि अस्पताल में दवा की किसी भी प्रकार की कमी नही होनी चाहिए ।पूर्णिया सिविल सर्जन द्वारा ज़िला से ले प्रखंड तक गठित सर्विलांस टीम को सतर्क कर दिया गया है। सर्जन ने बताया की बड़ो के साथ साथ बच्चे भी इस विमारी से पीड़ित हो रहे है ।डायरिया के कारण बच्चों में अत्याधिक निर्जलीकरण यानी डिहाइड्रेशन होने की सम्भावना बढ़ जाती है । ऐसे में अगर दही से ईलाज नही किया गया तो लोग परेशानी में पड़ सकते है । पूर्णिया का अभी तापमान 38 डिग्री सेल्सियस रेकॉर्ड किया गया है । पूर्णिया सदर अस्पताल में रोजाना 1600 से 2000 मरीज आते है । इस तरह की विमारी होने पर ओ आर एस का घोल एवं जिंक घोल लेना चाहिए । पूर्णिया मौसम विभाग भी बता रहा है कि सबसे अधिक आज का तापमान रिकॉड किया गया है ।
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BYTE---इंद्र नारायण ( डॉ)
BYTE--- मधुसूदन प्रसाद ( सिविल सर्जन पूर्णिया )
BYTE-- राकेश कुमार-( मौसम विभाग )


Conclusion:अगर तापमान में कमी नही आई तो आनेवाले दिनों में सदर अस्पताल में मरीजों की संख्या अधिक होगी और बेड की कमी दिखेगी ।
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