पूर्णियाः जल जीवन हरियाली और सामाजिक कुरीतियों को लेकर बनाए गए मानव श्रृंखला को लेकर जहां एक तरफ नया कीर्तिमान रचने का दावा किया जा रहा है. तो वहीं, जिले में श्रृंखला का हिस्सा बने लोगों को इसकी कोई जानकारी नहीं थी. इससे प्रशासनिक तैयारियों की कलई खुलती नजर आ रही है. ऐसे में श्रृंखला की सफलता और जागरुकता को लेकर प्रशासनिक तैयारियों पर सवाल उठना शुरू हो गया है.
नहीं थी श्रृंखला की जानकारी
श्रृंखला में शामिल कुछ लोग हाथ में कुदाल और औजार लेकर खड़े थे. उनका कहना है कि वह रोज की तरह गांव से चलकर जिला मुख्यालय काम ढूंढने के लिए आए थे. उन्होंने बताया कि यहां पुलिस का भारी पहरा था. जिसे देखने पर वह इस चेन में कुदाल और बाकी औजारों के साथ ही खड़े हो गए. वहीं, ग्रामीण दंपत्ति ने बताया कि वह इलाज कराने के लिए जिला मुख्यालय आए थे. यहां से आगे का आवागमन बंद होने के कारण हम लोग इसमें शामिल हो गए.