पूर्णिया: कोरोना के कहर के बीच जारी आंधी और बारिश ने लोगों की मुसीबतें दोगुनी कर दी है. मंगलवार की देर रात से जारी तेज हवाएं और मुसीबत बनकर आई बेतहासा बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया. भारी बारिश से जगह-जगह जलजमाव की स्थिति पैदा हो गई है. वहीं, जिला मुख्यालय समेत ग्रामीण इलाकों से बिजली के खंभे और पेड़ के गिरने की खबरें आ रही है. वहीं इस दौरान जारी ओलावृष्टि से फसलों को भी भीषण नुकसान पहुंचा है.
मुसीबतों के बबंडर ने बढ़ाई लोगों की परेशानी
दरअसल, मंगलवार की देर शाम से ही आसमान में घनघोर काले बादल छा गए. जो देर रात आंधी और जोरदार गर्जन के साथ मुसीबत बनकर बरपी. भारी आंधी और गर्जन के कारण जिला मुख्यालय स्थित गिरिजा मोड़ को जाने वाली आस्था मंदिर रोड सहित कई हिस्सों से बिजली के खंभों के गिरने की खबरें आई. इस कारण शहर के दर्जनों इलाके समेत ग्रामीण बस्तियों में बिजली की सेवाएं पूरी तरह बाधित हो गई. वहीं, बगैर बिजली 18 घण्टें से भी अधिक का वक्त होने के कारण लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान
वहीं, शहर समेत जिले के कई प्रखण्डों से भारी ओलावृष्टि की खबरें भी सामने आ रही हैं. जिसके चलते लाखों की फसलों को नुकसान हुआ है. मक्का समेत सब्जी के फसल पूरी तरह बर्बाद हो गए हैं. देर रात से जारी भारी बारिश के कारण कई स्थानों पर फसलें पूरी तरह डूब गई है. खेतों में लगे बिजली के खंभा ठनका गिरने से धराशाई हो गया.
जलजमाव ने पैदा की नारकीय स्थिति
मुसीबत बनकर आई बेतहासा बारिश से शहर के कई हिस्सों में जलजमाव की स्थिति पैदा हो गई है. ततमा टोली, माधोपारा, दुर्गाबाड़ी,आकाशवाणी रोड समेत नवरत्न हाता जैसे रिहायशी इलाके में घुटना तक पानी आ गया है. देर रात से रह-रहकर हो रही बारिश के कारण मधुबनी लाइन बाजार के कई घरों में बारिश का पानी जमा हो गया है. कुछ यही स्थिति ग्रामीण बस्तियों का भी है. जहां नारकीय स्थिति पैदा हो गई है.