पूर्णिया: कोरोना की बढ़ती संक्रमित मरीजों की संख्या को देखते हुए बिहार के कई जिलों में शुक्सेरवार से लॉकडाउन लागू किया गया. जिला प्रशासन ने भी पूर्णिया में लॉकडाउन लागू किया है. जिसका मिलाजुला असर देखने को मिल रहा है. लॉकडाउन का पालन करते हुए व्यवसायियों ने बाजार को पूर्णता बंद रखा है. लेकिन सड़कों पर कुछ लोगों का आवागमन जारी है.
कोरोना महामारी इन दिनों अपना पैर तेजी से बिहार में फैला रहा है. संक्रमित मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. इससे निपटने के लिए कई जिले में लॉकडाउन 10 से 16 जुलाई तक लगाया गया है. वहीं, पूर्णिया जिला में लॉकडाउन का मिलाजुला असर देखने को मिला है. दुकानदारों ने जहां अपनी दुकाने पूर्णत बंद रखी है दूसरी तरफ स्थानीय लोगों का सड़कों पर आवागमन दिख रहा है. हालांकि, इससे निपटने के लिए अधिकारी और पुलिस बल चौक चौराहों पर चेकिंग के दौरान बिना हेलमेट और बिना मास्क पहने लोगों पर चालान काट रहे हैं.
लॉकडाउन को लेकर जागरुकता की कमी
जिला प्रशासन लॉकडाउन को लेकर काफी सख्त है. मगर आम जनता पर इसका कोई भी असर पड़ता नहीं दिखा. वहीं, पुलिस की पूछताछ में कई वाहन चालकों ने अपनी गलती स्वीकार की. दूसरी ओर छोटी सवारी गाड़ी नहीं चलने की वजह से बाहर से आ रहे राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कई राहगीरों को पूर्णिया में लॉक डाउन की जानकारी नहीं है.