पूर्णियाः शहर के बहुचर्चित अष्ट धातु मूर्ति चोरी मामले में लोगों की ओर से आरोपी बनाए गए मुरारी बाबा पुजारी पक्ष के साथ जिला पुलिस मुख्यालय पंहुचे. डीएसपी आंनद कुमार पांडेय से मिलकर मंदिर की जमीन पर अतिक्रमण कर रहने वाले लोगों पर साजिश कर फंसाने का आरोप लगाते हुए खुद को निर्दोष बताया. इस बाबत
पुजारी पक्ष ने डीएसपी से पुजारी मुरारी बाबा के सुरक्षा की मांग की.
जानें क्या है माझरा
बता दें कि बीते 12 मार्च को सहायक खजांची थाना क्षेत्र अंतर्गत रजनी चौक से लगे सैकड़ों साल पुरानी राम जानकी ठाकुरबाड़ी मंदिर से चोरों ने दशकों पुरानी अष्ट धातु की भगवान राम, लक्ष्मण और सीता की मूर्तियां चुरा ली थी. जिसकी कीमत करोड़ों में आंकी जा रही है. वहीं, स्थानीय ने चोरी का आरोप मंदिर में बतौर पुजारी 7 साल की सेवा दे रहे मुरारी बापू पर लगाया था. हालांकि सीसीटीवी कैमरे में स्थानीयों के आरोप साबित नहीं हो सके. इसे लेकर पूछताछ के लिए पुलिस ने पुजारी बाबा को थाने बुलाया था.
मामले से जुड़ा नया पेंच आया सामने
इस बाबत संत मुरारी बाबा त्यागी ने कहा कि मंदिर की सेवा में पहले जो पुजारी कार्यरत थे. उन पर कई लोगों ने जमीन पर कब्जा कर रखा था. उनकी सेवा समाप्त होने के बाद मुझे मंदिर की सेवा के लिए बहाल किया गया. जिसके बाद मैंने मंदिर की जमीन पर अतिक्रमण से जुड़े माझरे को समझते हुए प्रशासन से मदद मांगी. मंदिर की जमीन पर अतिक्रमण करने वालों को नोटिस भिजवाया. हालांकि मैंने उनके सामने किराए देने की शर्त रखी थी. मगर मंदिर की जमीन पर रह रहे इन लोगों ने किराए देने से साफ इनकार कर दिया था. इसी के बाद से प्रशासन का नोटिस आना शुरु हुआ. जिसके बाद से मुझे इस आरोप में फंसाया जा रहा है.
क्या कहती है पुलिस
इस बाबत सदर डीएसपी आनंद कुमार पांडे ने कहा कि मामले की जांच एसआईटी कर रही है. लिहाजा मामले की संजीदगी को समझते हुए इस मामले पर कुछ भी नहीं कहा जा सकता. जल्द ही पीसी कर इससे जुड़े राज खोले जाएंगे.