पूर्णिया: लॉकडाउन के बाद से दूसरे प्रदेशों में फंसे प्रवासियों के घर वापसी का दौर जारी है. महाराष्ट्र के मुंबई और भिवंडी से टाटा 407 पर सवार होकर आ रहे 100 से भी अधिक मजदूर बेरोकटोक जिला मुख्यालय में प्रवेश कर गए. वहीं, इन प्रवासी मजदूरों में पूर्णिया प्रमंडल के सभी चार जिलों के अलावा बंगाल के कई मजदूर शामिल हैं. फिलहाल सभी मजदूरों को वाहन कोषांग सेंटर में ठहराया गया है. जिन्हें बुधवार शाम को बसों से उनके प्रखण्डों तक पहुंचाया जाएगा.
सीमावर्ती जिले और बंगाल के हैं ज्यादातर मजदूर
मीलों का सफर तय कर महाराष्ट्र से लौटे इनमें से ज्यादातर मजदूरों की उम्र 25 साल से भी कम के हैं. वहीं, इंदिरा गांधी क्वारंटीन सेंटर में कुछ वक्त के लिए क्वारंटीन किए गए इनमें से ज्यादातर मजदूर सीमावर्ती बंगाल के हैं. बहरलहाल इसकी सूचना जिला प्रशासन की ओर से बंगाल प्रशासन को दे दी गई है. कुछ मजदूर जिले के अलग-अलग प्रखण्डों के अलावा किशनगंज, कटिहार और अरिरिया जिले के भी हैं.
टाटा 407 से पहुंचे थे जिला मुख्यालय
टाटा 407 से जिला मुख्यालय पहुंचे मजदूरों के सुपरवाइजर नरोत्तम दास ने बताया कि वे सभी लॉकडाउन के बाद से सारे काम के ठप पड़ने के बाद मुंबई में फंसे थे. मुंबई में फंसे कुल मजदूरों की संख्या 70 थी. तो वहीं 30 के करीब साथी में फंसे थे. जिसके बाद महाराष्ट्र में हालात और भी बेकाबू होता देख हमने रुपये इकट्ठा कर एक टाटा 407 किया. जिससे पूर्णिया सीमा पर पंहुचे. इसके बाद कुछ लोगों ने हमें रुकवाया. इसके बाद सभी मजदूर सदर अस्पताल जांच के लिए गए. लेकिन यहां से सभी को गृह जिले में जांच किए जाने की बात कहकर लौटा दिया गया.
देर शाम प्रखण्डों के लिए होंगे रवाना
बता दें कि सभी मजदूरों को वाहन कोषांग सेंटर में दोपहर तक के लिए क्वारंटीन के लिए रोका गया है. वहीं, मेडिकल प्रक्रिया पूरी होते ही सभी प्रवासी मजदूरों को देर शाम बसों से उनके प्रखंड क्वारंटीन सेंटर भेजा जाएगा.