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फर्जी लाइसेंस बनाकर लोगों को बांटता था बंदूक, पुलिस ने गिरोह का भंडाफोड़ कर 9 को किया गिरफ्तार

गिरफ्तार हुए लोगों ने जब अपना मुंह खोला तो पुलिस के आलाधिकारी भौंचक्के रह गए. ये सभी लोग बैंकों, अस्पतालों और निजी सुरक्षा गार्डों में तैनात थे. फर्जी लाइसेंस बनाने वाला दो लोग फरार हो गए हैं. जिसे पकड़ने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.

बरामद हथियार के साथ एसपी
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Published : Jul 27, 2019, 2:19 PM IST

पूर्णिया: अवैध हथियारों की तस्करी के मामले में बिहार के सीमांचल को पहले पूरी तरह सेफ जोन कहा जाता है. पुलिस ने शनिवार को फर्जी हथियार लाइसेंस बनाने और अवैध गन सप्लाई करने के बडे रैकेट का खुलासा किया है. पूर्णिया में कुछ दलाल लंबे समय से हथियारों का फर्जी लाइसेंस बनाकर लोगों को बंदूक मुहैया कराते थे और सुरक्षा गार्ड की नौकरी दिलाने का झांसा देकर मोटी रकम ऐंठते थे.

पूर्णिया बस स्टैंड से हुए थे गिरफ्तार
पिछले दिनों पूर्णिया के बस स्टैंड में तीन लोग दोनाली बंदूक को लेकर हंगामा कर रहे थे. लोगों ने इसकी सूचना स्थानीय केहाट थाने में दी थी. मामले की भनक लगते ही केहाट सहायक थानाध्यक्ष घटनास्थल पर पहुंचे और तीनों लोगों को हथियार के साथ गिरफ्तार कर लिया.

बरामद हथियार के साथ एसपी विशाल शर्मा

जांच में लाइसेंस निकला फर्जी
बरामद हथियार की जब जांच की गई तब पता चला कि बंदूक का लाइसेंस फर्जी है. जिसके बाद पुलिस ने गिरफ्तार लोगों की निशानदेही पर नौ लोगों को गिरफ्तार किया. जिनके पास से 10 अवैध बन्दूक और 60 कारतूस बरामद किये.

निजी सुरक्षा गार्डों में करते थे नौकरी
बस स्टैंड से गिरफ्तार हुए तीनों लोगों ने जब अपना मुंह खोला तो पुलिस के आलाधिकारी भौंचक्के रह गए. ये सभी लोग बैंकों, अस्पतालों और निजी सुरक्षा गार्डों में तैनात थे. इन्हें फर्जी लाइसेंस बनाकर अवैध हथियारों के साथ सुरक्षा गार्ड के रूप में नौकरी दिलाने का गोरखधंधा चल रहा था.

दो लोग अब भी फरार- एसपी
वहीं, इस मामले पर जिले के एसपी विशाल शर्मा ने कहा कि कुछ दलाल हथियारों का फर्जी लाइसेंस बनाकर लोगों को बंदूक मुहैया कराते थे और सुरक्षा गार्ड की नौकरी दिलाने का झांसा देकर मोटी रकम ऐंठते थे. कुल नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जिसमें फर्जी लाइसेंस बनाने वाले दो लोग फरार हो गए हैं. जिसे पकड़ने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. पकड़े गए हथियारों का निर्माण मुंगेर का है और हथियार कुछ स्थानीय गन हाउस द्वारा निर्मित हैं.

पूर्णिया: अवैध हथियारों की तस्करी के मामले में बिहार के सीमांचल को पहले पूरी तरह सेफ जोन कहा जाता है. पुलिस ने शनिवार को फर्जी हथियार लाइसेंस बनाने और अवैध गन सप्लाई करने के बडे रैकेट का खुलासा किया है. पूर्णिया में कुछ दलाल लंबे समय से हथियारों का फर्जी लाइसेंस बनाकर लोगों को बंदूक मुहैया कराते थे और सुरक्षा गार्ड की नौकरी दिलाने का झांसा देकर मोटी रकम ऐंठते थे.

पूर्णिया बस स्टैंड से हुए थे गिरफ्तार
पिछले दिनों पूर्णिया के बस स्टैंड में तीन लोग दोनाली बंदूक को लेकर हंगामा कर रहे थे. लोगों ने इसकी सूचना स्थानीय केहाट थाने में दी थी. मामले की भनक लगते ही केहाट सहायक थानाध्यक्ष घटनास्थल पर पहुंचे और तीनों लोगों को हथियार के साथ गिरफ्तार कर लिया.

बरामद हथियार के साथ एसपी विशाल शर्मा

जांच में लाइसेंस निकला फर्जी
बरामद हथियार की जब जांच की गई तब पता चला कि बंदूक का लाइसेंस फर्जी है. जिसके बाद पुलिस ने गिरफ्तार लोगों की निशानदेही पर नौ लोगों को गिरफ्तार किया. जिनके पास से 10 अवैध बन्दूक और 60 कारतूस बरामद किये.

निजी सुरक्षा गार्डों में करते थे नौकरी
बस स्टैंड से गिरफ्तार हुए तीनों लोगों ने जब अपना मुंह खोला तो पुलिस के आलाधिकारी भौंचक्के रह गए. ये सभी लोग बैंकों, अस्पतालों और निजी सुरक्षा गार्डों में तैनात थे. इन्हें फर्जी लाइसेंस बनाकर अवैध हथियारों के साथ सुरक्षा गार्ड के रूप में नौकरी दिलाने का गोरखधंधा चल रहा था.

दो लोग अब भी फरार- एसपी
वहीं, इस मामले पर जिले के एसपी विशाल शर्मा ने कहा कि कुछ दलाल हथियारों का फर्जी लाइसेंस बनाकर लोगों को बंदूक मुहैया कराते थे और सुरक्षा गार्ड की नौकरी दिलाने का झांसा देकर मोटी रकम ऐंठते थे. कुल नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जिसमें फर्जी लाइसेंस बनाने वाले दो लोग फरार हो गए हैं. जिसे पकड़ने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. पकड़े गए हथियारों का निर्माण मुंगेर का है और हथियार कुछ स्थानीय गन हाउस द्वारा निर्मित हैं.

Intro:ANCHOR----पूर्णिया पुलिस द्वारा पिछले 23 जुलाई को अवैध हथियार के साथ तीन लोग को शराब के नशे में स्थानीय बस स्टैंड से गिरफ्तार किया गया था । जब हथियार का लाइसेंस की छानबीन की गई तो वह अवैध पाया गया । जिसे ले गहन पूछताछ में पुलिस को बड़ी जानकारी मिली ।


Body:VO---पूर्णिया के आरक्षी अधीक्षक के कार्यालय में रखा यह सभी बंदूक अवैध है और साथ मे खड़े व्यक्ति को इसी अवैध हथियार रखने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया है । इनलोगो की गिरफ्तारी और पूछताछ से बड़ी खुलासा सामने आई है । बस स्टैंड से पकड़े गए प्रमोद , राकेश और आकाश ने बताया कि वह एक निजी कंपनियों के सुरक्षा गार्ड है और उनके पास जो हथियार है वह निखिल नामक व्यक्ति द्वारा मोटी रकम दे लाइसेंस से साथ उपलव्ध कराई गई है । गिरफ्तार अनिल ने बताया कि पहले हथियार और लैस5 40 हजार रुपये में मिल जाते थे और अब वही एक से डेढ़ लाख में । सभी नॉकरी पाने के लिए जमीन बेच हथियार खरीदे थे और सरकारी और प्राइवेट जगह नॉकरी कर रहे थे ।
BYTE--अनिल चौरसिया ( गिरफ्तार व्यक्ति )
VO 1---वही पुलिस के गिरफ्त में आया निखिल मंडल ने पुलिस के सामने कई सफेदपोश के इस रैकेट में होने की बात बताई है । आरक्षी अधीक्षक विशाल शर्मा ने बताया कि इस रैकेट को चलाने वाले कई बड़े लोग संलिप्त है जिसकी जल्द ही गिरफ्तारी होगी । यह गिरोह इंटर जिला काम कर लोगो को अवैध हथियार और फर्जी लाइसेंस उपलव्ध कराते है । पकड़े गए हथियार मुंगेर मेड है और कुछ स्थानीय गन हाउस के लिए हुए । सभी बिंदु पर पुलिस काम कर रही है और मास्टरमाइंड की पहचान कर ली गई है उसकी भी गिरफ्तारी जल्द ही हो जाएगी ।
BYTE--- विशाल शर्मा ( एस पी )


Conclusion:अगर पुलिस इसी तरह सक्रिय रही तो अपराध पर अंकुश लगने में देर नही होगी ।
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