पूर्णिया: रंगों का त्योहार होली (Bihar Holi 2022) हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है. इस त्योहार को देशभर में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. होली के दिन लोग एक दूसरे को रंग लगाते हैं और सभी शिकवे गिले भुलाकर एक दूसरे से गले मिलते हैं. पिछले दो साल से कोरोना की वजह से होली का रंग फीका रह जा रहा था लेकिन इस बार होली को लेकर बच्चों में काफी उमंग देखी गई. होली के गाने पर बच्चों ने जमकर ठुमके लगाए. साथ ही एक दूसरे को रंग गुलाल लगाकर होली की बधाई दी.
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पूर्णिया में होली की धूम: होली को लेकर इस बार लोगों में काफी उत्साह देखने को मिल रही है. दो साल बाद रंगों के इस त्योहार का लोग जमकर आनंद ले रहे हैं. बच्चों की टोली होली के गानों पर जमकर ठुमके लगाते नजर आ रहे हैं. साथ ही एक दूसरे को रंग और गुलाल लगाकर खुशियां मना रहे हैं. कोराना गाइडलाइन खत्म होने की वजह से लोगों में काफी खुशी है. पूर्णिया के सभी इलाकों में लोग जमकर होली मना रहे हैं.
बिहार में दो दिन होली: दरअसल, बिहार में इस बार होली को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है. ऐसा इस लिए है क्योंकि इस बार बिहार के कई जिलों में 18 मार्च को होली मनायी गई. वहीं, कुछ जिलों में आज यानी 19 मार्च को होली मनायी जा रही है. इसका यही कारण है कि प्रदेश के कई स्थानों पर चैत्र कृष्ण प्रतिपदा तिथि के शुरु होने की तारीख को आधार मानकर 18 मार्च को होली मनाई गई. वहीं कई स्थानों पर हिन्दू कैलेंडर में उदयातिथि के आधार पर चैत्र कृष्ण प्रतिपदा तिथि के अनुसार 19 मार्च को होली मनायी जा रही है.
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