पूर्णिया: मौसम विभाग की ओर से जारी रेड अलर्ट का असर जिले में साफ देखा जा रहा है. पिछले चौबीस घंटों से जारी भारी बारिश ने लोगों की भागदौड़ भरी जिंदगी में पूरी तरह फुल स्टॉप लगा दिया है. भारी बारिश के कारण सभी सरकारी व निजी विद्यालय बंद हैं. वहीं, आंगनबाड़ियों को भी बंद रखा गया है. ज्यादातर ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों की बिजली सेवा पूरी तरह बाधित है.
CM की बैठक में जारी की गई चेतावनी
हालांकि इस वक्त बिहार के ज्यादातर जिले भारी बारिश से जूझ रहे हैं. मगर कोसी व सीमांचल में इस आफत की बारिश को लेकर खास चेतवानी दी गयी है. इसे लेकर और बाढ़ की बनती स्थिति को देखते हुए सीएम नीतीश कुमार ने राजधानी में कल एक विशेष बैठक भी की, जिसके बाद सीमांचल व कोसी में आने वाले जिलों में इसे लेकर खास चेतावनी दी गई है.
18 cm दर्ज की गई बारिश
गौरतलब हो कि मौसम विभाग ने कोसी व सीमांचल को 26, 27, 28 और 29 चार दिनों के अलर्ट पर रखा है. बीते 26 और 27 सिंतबर को मौसम विभाग की ओर से जारी ऑरेंज अलर्ट का असर जिले में साफ दिखा. विभाग के मुताबिक शनिवार को जिले में औसत वर्षा 18 सेंटीमीटर दर्ज की गई.
'हेवी टू हेवी रेनफॉल' की चेतावनी
जिले के सभी प्रखंड गर्जन व तेज बारिश से जूझते रहे हैं, जिसके बाद पारे में खासी गिरावट आई है. इसके बाद लोगों ने अपने कंबल व शॉल निकालना शुरू कर दिए हैं. वहीं, मौसम विभाग की ओर से सीमांचल व कोसी में शनिवार के लिए जारी की गई रेड वार्निंग के तहत 'हैवी टू हैवी रेन फॉल' की चेतावनी दी गई. मौसम विभाग की ओर से जिले में 12-20 सेंटीमाटर भारी बारिश की चेतावनी दी गयी है.
बेपटरी हुई दिनचर्या
इस बाबत स्थानीय रौशन कुमार ने बताया कि भारी बारिश से इन तीन दिनों में जनजीवन पर खासा असर पड़ा है. इसकी वजह से जीवन बेपटरी हो गया है. बाजार-हाट, दुकान और वाहनों पर भारी असर पड़ा है. जगह-जगह बारिश का पानी जमने से वाहनों से निकलने में परेशानी हो रही है. घर से बाहर निकलना ही दूभर हो गया है.