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शादी समारोह के जरिए पर्यावरण बचाने का संदेश, भेंट में अतिथियों को दिए पौधे

शादी पूरी तरह यादगार और ग्रीन हो, इसके लिए बड़े पौधों वाले अनगिनत रंगीन गमलों से समूचे स्थल को डोकोरेट किया गया था. ताकि शादी में शरीक होने वाले अतिथि ग्रीन और इको फ्रेंडली वातावरण का एहसास कर सकें.

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Published : Feb 29, 2020, 12:43 PM IST

पूर्णियाः ढोल ताशे पर लगते ठुमके और लजीज व्यंजनों के रंग में रंगी शादियां तो हर किसी ने देखी है. मगर क्या आप कभी ऐसी अनूठी शादी में शरीक हुए हैं, जहां वर-वधू को दिए गए आशीर्वाद के बदले नव-विवाहित जोड़े ने बदले में आपको पौधा भेंट किया हो. दरअसल पूर्णिया में एक शादी की रिसेप्शन पार्टी के दौरान कुछ ऐसा ही अनूठा नजारा दिखाई दिया. जिसके बाद पार्टी में शरीक हुए हर मेहमान की जुबां पर इस इकोफ्रेंडली शादी की चर्चा छाई रही.

आशीर्वाद देने पहुंचे मेहमानों को भेंट किया पौधा
दरअसल पेड़ों की अंधाधुंध कटाई के प्रति लोगों को जागरूक किया जा सके. लिहाजा जिले के सिपाही टोला इलाके में रहने वाले फौजी आशीष ने रिसेप्शन पार्टी में शरीक होने वाले हर एक मेहमान को उनका पसंदीदा हाइब्रिड पौधा उपहार स्वरूप भेंट किया. इस दौरान वर-वधु को आशीर्वाद देने पहुंचने वाले हर एक मेहमानों के हाथ हाइब्रिड पौधों से भरे नजर आए.

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मेहमानों को भेंट देते वर-वधु

शादी के कार्ड पर दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश
पर्यावरण के प्रति लोगों तक प्रभावशाली मैसेज पहुंचाया जा सके. इसके लिए शादी के कार्ड में पेड़ के लोगो के जरिए जहां आशीष ने लोगों से पर्यावरण संरक्षण और पौधों की अंधाधुंध कटाई रोकने की अपील की, तो वहीं कार्ड के भीतर विवाह-विवरणी में पारंपरिक वैवाहिक संदेश और मंत्र की जगह पर्यावरण संरक्षण और जल जीवन हरियाली से जुड़े स्लोगन लिखवाकर एक नई परंपरा को जन्म दिया. वहीं, सबसे खास बात यह रही कि सभी स्लोगनों को खुद आशीष ने अपना कीमती समय निकालकर लिखा. ईटीवी भारत से खास बातचीत में आशीष ने बताया कि यह पर्यावरण संरक्षण के प्रति उनकी संवेदनशीलता और प्रकृति के प्रति उनका प्रेम ही है. जिसने तमाम व्यस्तताओं के बावजूद उन्हें ऐसा करने को मजबूर किया.

देखें पूरी रिपोर्ट

ग्रामीण पलायन को रोकने की दिशा में एक पहल
इस बाबत खास बातचीत में अपने अनूठे पहल का मकसद बताते हुए आशीष कहते हैं कि जिस तरह बदलते परिवेश में लोगों ने गांव से पलायन शुरू किया और शहर की ओर बसने लगे. इस होड़ में पेड़ों की अंधाधुंध कटाई शुरू हो गई है. जिससे प्रकृति का संतुलन पूरी तरह बिगड़ गया है. वहीं, भविष्य में अर्बन एरिया बसाने की होड़ में जिसे हमने पूरी तरह खत्म कर दिया. यह पहल उसे जीवित करने की दिशा में की गई छोटी सी पहल है.

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मेहमान को पौधा देता दुल्हा

पूर्णियाः ढोल ताशे पर लगते ठुमके और लजीज व्यंजनों के रंग में रंगी शादियां तो हर किसी ने देखी है. मगर क्या आप कभी ऐसी अनूठी शादी में शरीक हुए हैं, जहां वर-वधू को दिए गए आशीर्वाद के बदले नव-विवाहित जोड़े ने बदले में आपको पौधा भेंट किया हो. दरअसल पूर्णिया में एक शादी की रिसेप्शन पार्टी के दौरान कुछ ऐसा ही अनूठा नजारा दिखाई दिया. जिसके बाद पार्टी में शरीक हुए हर मेहमान की जुबां पर इस इकोफ्रेंडली शादी की चर्चा छाई रही.

आशीर्वाद देने पहुंचे मेहमानों को भेंट किया पौधा
दरअसल पेड़ों की अंधाधुंध कटाई के प्रति लोगों को जागरूक किया जा सके. लिहाजा जिले के सिपाही टोला इलाके में रहने वाले फौजी आशीष ने रिसेप्शन पार्टी में शरीक होने वाले हर एक मेहमान को उनका पसंदीदा हाइब्रिड पौधा उपहार स्वरूप भेंट किया. इस दौरान वर-वधु को आशीर्वाद देने पहुंचने वाले हर एक मेहमानों के हाथ हाइब्रिड पौधों से भरे नजर आए.

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मेहमानों को भेंट देते वर-वधु

शादी के कार्ड पर दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश
पर्यावरण के प्रति लोगों तक प्रभावशाली मैसेज पहुंचाया जा सके. इसके लिए शादी के कार्ड में पेड़ के लोगो के जरिए जहां आशीष ने लोगों से पर्यावरण संरक्षण और पौधों की अंधाधुंध कटाई रोकने की अपील की, तो वहीं कार्ड के भीतर विवाह-विवरणी में पारंपरिक वैवाहिक संदेश और मंत्र की जगह पर्यावरण संरक्षण और जल जीवन हरियाली से जुड़े स्लोगन लिखवाकर एक नई परंपरा को जन्म दिया. वहीं, सबसे खास बात यह रही कि सभी स्लोगनों को खुद आशीष ने अपना कीमती समय निकालकर लिखा. ईटीवी भारत से खास बातचीत में आशीष ने बताया कि यह पर्यावरण संरक्षण के प्रति उनकी संवेदनशीलता और प्रकृति के प्रति उनका प्रेम ही है. जिसने तमाम व्यस्तताओं के बावजूद उन्हें ऐसा करने को मजबूर किया.

देखें पूरी रिपोर्ट

ग्रामीण पलायन को रोकने की दिशा में एक पहल
इस बाबत खास बातचीत में अपने अनूठे पहल का मकसद बताते हुए आशीष कहते हैं कि जिस तरह बदलते परिवेश में लोगों ने गांव से पलायन शुरू किया और शहर की ओर बसने लगे. इस होड़ में पेड़ों की अंधाधुंध कटाई शुरू हो गई है. जिससे प्रकृति का संतुलन पूरी तरह बिगड़ गया है. वहीं, भविष्य में अर्बन एरिया बसाने की होड़ में जिसे हमने पूरी तरह खत्म कर दिया. यह पहल उसे जीवित करने की दिशा में की गई छोटी सी पहल है.

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मेहमान को पौधा देता दुल्हा
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