पूर्णिया: नालंदा में हुए डॉ. प्रियरंजन प्रियदर्शी की हत्या के विरोध में जिले के सभी डॉक्टर 12 घंटे के स्ट्राइक पर हैं. स्ट्राइक को देखते हुए सुबह से ही ओपीडी सेवा को पूरे तरीके से बंद रखा गया है. वहीं, हत्या के विरोध में डॉक्टरों ने सामान्य डॉक्टर से जुड़े सभी कार्यों का बहिष्कार करते हुए ओपीडी के बाहर जमकर प्रदर्शन किया. साथ ही जल्द से जल्द हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग की गई.
बता दें कि आईएमए और भाषा के आह्वान पर डॉक्टर की हत्या के विरोध में कामकाज का चिकित्सकों ने पूरी तरीके से बहिष्कार किया है. जिले के सभी 14 प्रखंडों में मौजूद स्वास्थ्य केंद्र और उपकेंद्रों पर भी कुछ ऐसा ही नजारा दिखाई दिया. जहां हत्या के विरोध में सुबह से ही डॉक्टर प्रदर्शन पर डटे रहे.
'इमरजेंसी सेवा को रखा गया चालू'
नाराज डॉक्टरों ने कहा कि नालंदा में जिस तरह एक डॉक्टर को दिनदहाड़े मौत के घाट उतार दिया गया. जिले के सभी डॉक्टरों ने इसकी निंदा करते हुए 12 घंटे के लिए सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक आउटडोर के सभी कार्यों का बहिष्कार किया है. हालांकि स्ट्राइक के बावजूद इमरजेंसी सेवा को पूरे तरीके से चालू रखा गया है.
'घटनाओं के निदान निकालने की मांग की'
नाराज डॉक्टरों ने कहा कि अक्सर ही डॉक्टरों के साथ मारपीट की घटनाएं सामने आ रही हैं. वहीं, अब लोग डॉक्टरों को टारगेट कर मौत के घाट उतार रहे हैं. अगर ऐसा जारी रहा तो इलाज करने के लिए डॉक्टर ही नहीं बचेंगे, न ही स्टूडेंट्स मेडिकल की पढ़ाई में आगे आएंगे. साथ ही उन्होंने जल्द से जल्द सरकार से ऐसी घटनाओं के निदान निकालने की मांग की. डॉक्टरों ने कहा कि अगर इसके बाद भी हत्यारे पकड़े नहीं जाते, तो डॉक्टर अनिश्चितकालीन हड़ताल के रणनीति बनाएंगे.