पूर्णिया: बिहार के पूर्णिया जिले के भवानीपुर पीएचसी में रविवार को प्रसूता की मौत पर भड़के परिजनों ने कथित रूप से डॉक्टर की पिटाई कर दी थी. जैसे इस बात की जानकारी पूर्णिया के जीएमसीएच के डॉक्टरों को हुई वे लोग विरोध में ओपीडी और जनरल वार्ड का काम पूरी तरह ठप कर दिया. जिसके चलते जीएमसीएच इलाज करवाने आए मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
इसे भी पढ़ेंः Purnea News: प्रसूता की मौत के बाद भवानीपुर PHC में बवाल, परिजनों ने डॉक्टर को बुरी तरह पीटा
48 घंटे का अल्टीमेटम: काफी देर तक कतार में खड़े रहने के बाद उनको इस बात की जानकारी मिली कि डॉक्टर स्ट्राइक पर हैं. वे लोग अपने अपने मरीजों को ले भटकते रहे. सुबह से दोपहर तक डॉक्टर ओपीडी से नदारद रहे. इमरजेंसी वार्ड का कामकाज भी काफी देर तक बाधित रहा. जिसकी वजह से इमरजेंसी वार्ड में एडमिट होने वाले मरीज और उनके परिजन इलाज के लिए चक्कर काटते दिखे. आरोपी की गिरफ्तारी के लिए नाराज डॉक्टरों ने जिला प्रशासन और जिले के स्वास्थ्य महकमे से जुड़े अधिकारियों को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है.
"प्रसूता की मौत के लेकर जिस प्रकार डॉक्टरों से मारपीट की गई और अस्पताल में परिजनों की ओर से तोड़फोड़ की गयी. ये निंदनीय है. वे प्रसूता जिनकी मौत हो गई उनके भी साथ हैं और जिस वरीय डॉक्टर की पिटाई की गई, उनके साथ भी हैं. नाराज डॉक्टर इस मारपीट के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं. हालांकि डॉक्टरों से इस बात का ध्यान रखने की अपील की गई है कि मरीज को इलाज नहीं होने की वजह से परेशानी ना हो."- डॉक्टर अभय कुमार ठाकुर, सिविल सर्जन
मरीजों को हुई परेशानीः मरीज के इलाज के लिए जीएमसी पहुंचे परिजन ने बताया कि वह मरीज के इलाज के लिए कसबा से आए हैं. इलाज में लिए ओपीडी के लाइनों में खड़े रहे. पुर्जी बनवाया जब डॉक्टर से दिखाने की बारी आई तो डॉक्टर ओपीडी से नदारद रहे. डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने की बात बतायी गई. इसके बाद धीरे-धीरे इलाज के लिए लाइन में खड़े लोग वापस लौट गए. वार्ड में डॉक्टरों के ना होने से जुड़े सवाल पूछने पर उन्हें डॉक्टरों के स्ट्राइक पर जाने की बात बताई जा रही है. अचानक से डॉक्टर के अघोषित स्ट्राइक पर चले जाने से उन्हें व उनके मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.